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Byadmin

Feb 4, 2025


09:28 AM, 04-Feb-2025

कढ़ी-पकौड़ी के बाद धूनी भी कर देंगे ठंडी

निरंजनी अखाड़ा के नागा संन्यासी महेंद्र पुरी के मुताबिक कढ़ी-पकौड़ी के बाद धूनी भी ठंडी कर देंगे। पिछले करीब एक माह से श्रद्धालुओं को आशीष बांट रहे नागा संन्यासी अब यहां से जाने के लिए ट्रक, ट्रैक्टर एवं वाहनों के बंदोबस्त मेंं लगे हैं। उनका कहना है कि अचला सप्तमी तक अधिकांश संन्यासी यहां से चले जाएंगे। अनी अखाड़े के संन्यासी धूना तपस्या पूरी करके के साथ ही त्रिजटा स्नान को यहां ठहरेंगे। इसके बाद वह भी यहां से रवाना हो जाएंगे।

09:16 AM, 04-Feb-2025

नागा संन्यासी समेटने लगे अपना सामान

सोमवार को तीसरे स्नान के बाद से नागा संन्यासियों ने अपना समान एकत्र करना शुरू कर दिया। निरंजनी, महानिर्वाणी एवं जूना अखाड़े के बाहरी पटरी पर पिछले 22 दिनों से धूनी रमाए नागा संन्यासी अपना सामान समेटने लगे। धूनी के साथ जमीन पर गड़ा चिमटा उखाड़कर उसे कपड़े से बांध लिया। त्रिशूल एवं तलवार भी बक्से में रख ली।

08:55 AM, 04-Feb-2025

अब कढ़ी पकौड़ी का इंतजार

अंतिम अमृत स्नान पूरा होने के साथ ही अखाड़ों में अब विदाई का दौर आरंभ हो गया। छावनी में कढ़ी पकौड़ी की परंपरागत पंगत के बाद सभी साधु-महात्मा एक दूसरे से विदा लेकर काशी रवाना हो जाएंगे। अचला सप्तमी के बाद अलग-अलग अखाड़ों में कढ़ी पकौड़ी होगी। सबसे पहले शैव अखाड़े के संन्यासी विदाई लेंगे। उसके बाद अनी एवं उदासीन अखाड़ों के साधु-संत विदा होंगे। हालांकि, अखाड़ों की धर्मध्वजा महाशिवरात्रि के बाद ही छावनी से उतारी जाएगी। अब सभी अखाड़ों की अगली मुलाकात दो साल बाद हरिद्वार अर्द्धकुंभ में होगी।

08:28 AM, 04-Feb-2025

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियां देखेंगे सीएम

भूटान नरेश को बमरौली एयरपोर्ट से विदा करने के बाद मुख्यमंत्री दोबारा हेलिकॉप्टर से अरैल पहुंचेंगे। इसके बाद वह सेक्टर 15 स्थित अखिल भारतीय संत समागम निवास पंडाल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद सेक्टर छह स्थित श्री रामभद्राचार्य शिविर में जाएंगे और वहां करीब 15 मिनट रहेंगे। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संगम स्नान का कार्यक्रम प्रस्तावित है। इनके अलावा 10 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों को भी परखेंगे। इसके अलावा महाकुंभ की तैयारियों को भी देखेंगे। इन कार्यक्रमों के बाद मुख्यमंत्री करीब पांच बजे अरैल से लखनऊ के लिए रवाना होंगे। इस तरह से मुख्यमंत्री मंगलवार को करीब सात घंटे महाकुंभ नगर में रहेंगे।

 

08:10 AM, 04-Feb-2025

भूटान नरेश अक्षयवट और हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे

संगम स्नान और पूजन के बाद भूटान नरेश अक्षयवट और हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। इसके बाद बड़े हनुमान मंदिर के पास ही स्थित डिजिटल महाकुंभ अनुभूति केंद्र का अवलोकन करेंगे। वहां से अरैल स्थित त्रिवेणी शंकुल जाएंगे। भूटान नरेश करीब ढाई बजे बमरौली एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से करीब तीन बजे रवाना होंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे।

08:09 AM, 04-Feb-2025

भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक का सीएम करेंगे स्वागत

भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक मंगलवार को संगम में डुबकी लगाएंगे। इनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रहेंगे। मुख्यमंत्री भूटान नरेश के स्वागत के साथ बुधवार को प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा भी करेंगे। भूटान नरेश विशेष विमान से लखनऊ से करीब 10:10 बजे बमरौली एयरपोर्ट पर उतरेंगे। बमरौली एयरपोर्ट पर पहले से मौजूद मुख्यमंत्री उनका स्वागत करेंगे। वहां से हेलिकॉप्टर से वे लोग अरैल पहुंचेंगे। इसके बाद क्रूज से किला घाट जाएंगे। फिर संगम नोज पर स्नान करेंगे।

08:01 AM, 04-Feb-2025

Mahakumbh 2025 Live: आज संगम स्नान करेंगे भूटान नरेश, सीएम योगी होंगे साथ; हनुमान मंदिर में करेंगे दर्शन-पूजन

महाकुंभ के तीसरे और आखिरी शाही स्नान में रात आठ बजे तक 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाई। इसके साथ अब तक 37.54 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं। वसंत पंचमी पर पूरी दुनिया एक तट पर एकता के महाकुंभ को परिभाषित करती रही। इस अनंत प्रेम, बंधुत्व के प्रवाह का संत-भक्त, कल्पवासी सभी साक्षी बने। रात 12 बजे के बाद से ही वसंत की डुबकी लगने लगी। पांच बजे भोर में संगम जाने वाले अखाड़ा मार्ग के दोनों तरफ व वॉच टावर से लेकर संगम अपर और संगम लोअर मार्ग के दोनों ओर की चकर्ड प्लेट सड़कों की पटरियों पर तिल रखने की जगह नहीं बची। त्रिवेणी पांटून पुल से संगम जाने वाले मार्ग पर ढोल, ताशे के बीच शाही सवारियों का हर किसी को इंतजार था। चाहे लाल मार्ग हो या काली मार्ग या फिर त्रिवेणी मार्ग, हर तरफ से लोग झूमते, ठिठकते संगम में डुबकी लगाने पहुंचे। अब 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा स्नान है। 

 

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