मणिपुर की राजधानी इंफाल में शनिवार रात अरम्बाई टेंगोल के एक सदस्य की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। प्रदर्शनकारियों ने नेता की रिहाई की मांग करते हुए क्वाकीतेल और उरिपोक में सड़क के बीच में टायर जलाया। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। वहीं इलाके में इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है।
पीटीआई, इंफाल। मैतेयी संगठन अरामबाई तेंगोल के एक नेता की गिरफ्तारी के बारे में पता चलने पर शनिवार रात इंफाल के कुछ हिस्सों में प्रदर्शन तेज हो गया। गिरफ्तार किए गए नेता का नाम या उनके खिलाफ आरोपों के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। इंफाल में हालात तनावपूर्ण हैं। वहीं, इलाके में इंटरनेट भी पांच दिन लिए बंद कर दिया गया है।
प्रदर्शनकारियों ने नेता की रिहाई की मांग की
प्रदर्शनकारियों ने नेता की रिहाई की मांग करते हुए क्वाकीतेल और उरिपोक में सड़क के बीच में टायर जलाया। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर युवा लोग शामिल हैं जो मैतेई स्वयंसेवी समूह अरंबाई टेंगोल (एटी) के सदस्य हैं, जिस पर कुकी जनजातियां जातीय संघर्ष के चरम पर उनके गांवों पर हमला करने का आरोप लगाती हैं।
इम्फाल में यह विरोध कुकी जनजातियों द्वारा सीमावर्ती शहर मोरेह से उनके समुदाय के एक संदिग्ध की गिरफ्तारी के विरोध में किए जा रहे आंदोलन के बीच हुआ है, जिस पर अक्टूबर 2023 में एक पुलिस अधिकारी की स्नाइपर राइफल से हत्या करने का आरोप है।
टेंग्नौपाल जिले में बंद का आह्वान
कुकी नागरिक समाज समूहों ने मणिपुर पुलिस अधिकारी चिंगथम आनंद की हत्या के मामले में आरोपी कामगिनथांग गंगटे की मनमाने ढंग से गिरफ्तारी का आरोप लगाया और मोरेह स्थित टेंग्नौपाल जिले में बंद का आह्वान किया।
एनआईए मणिपुर में कई मामलों की जांच कर रही है
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) मणिपुर में कई मामलों की जांच कर रही है, जिसमें एटी प्रमुख कोरोंगनबा खुमान के खिलाफ मामला भी शामिल है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि राज्य में जातीय आधार पर काफी विभाजन है, इसलिए जब भी जांचकर्ता औपचारिक प्रक्रिया के तहत संदिग्धों को गिरफ्तार करने के लिए आगे बढ़ते हैं, तो उन्हें दोनों समुदायों के प्रतिरोध का सामना करना पड़ता है।