उसने दावा किया कि पीएम मोदी उनकी सक्रियता से डरे हुए हैं। कंगुजम ने अधिकारियों पर उन्हें चुप कराने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए सवाल किया कि पीएम मोदी मुझसे डरे हुए हैं, इसलिए आप उनके इशारे पर काम करते हैं? उन्होंने फेसबुक की मूल कंपनी मेटा की भी आलोचना की, जिसे उन्होंने अनुचित कार्रवाई करार दिया।
एक्स पर लिखी ये बात
फेसबुक की एक अधिसूचना साझा करते हुए उसने आगे लिखा कि मैंने फेसबुक की किसी भी नीति या सामुदायिक मानकों का उल्लंघन नहीं किया। कृपया इसे जल्द से जल्द अप्रतिबंधित करें। मेरी आवाज को दबाने की कोशिश कभी न करें। फेसबुक की अधिसूचना में बताया गया है कि प्रतिबंध आईटी अधिनियम की धारा 69ए के तहत लगाया गया था, जो सरकार को डिजिटल सामग्री तक सार्वजनिक पहुंच को अवरुद्ध करने की अनुमति देता है।
हर संभव कदम उठाने का वादा किया
वहीं मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने एक वीडियो संदेश जारी किया है। उन्होंने सभी समुदायों के लोगों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने का वादा किया। तीन मिनट के अपने संबोधन में, सिंह ने गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने जिरीबाम में अपहरण के बाद कुकी आतंकवादियों द्वारा तीन मासूम बच्चों और तीन महिलाओं की हत्या की निंदा की। उन्होंने कहा कि इन आतंकवादियों की तलाश जारी है और उन्हें बहुत जल्द सजा मिलेगी। जब तक उनके अमानवीय कृत्यों के लिए उन्हें जवाबदेह नहीं ठहराया जाता, हम चैन से नहीं बैठेंगे।
राहत शिविर में रह रहे लोगों पर किया हमला
उन्होंने खुलासा किया कि 11 नवंबर को लगभग 40 से 50 हथियारबंद आतंकवादियों ने बोरोबेक्रा में एक राहत शिविर में रह रहे आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों पर हमला किया था। जिरीबाम जिले के बोरोबेक्रा पुलिस स्टेशन को भी निशाना बनाया गया था। सिंह ने कहा कि उनका उद्देश्य भय पैदा करना और तबाही मचाना था। हालांकि, वहां तैनात सीआरपीएफ जवानों की समय पर और दृढ़ प्रतिक्रिया के कारण, हमले को विफल कर दिया गया। उनकी वीरता और त्वरित कार्रवाई ने मौके पर ही 10 आतंकवादियों को मार गिराया, जिससे राहत शिविरों में सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान बच गई।