विरोधियों को दिया था जवाब
डॉ. मनमोहन सिंह ने 2018 में ‘चेंजिंग इंडिया’ नाम से एक किताब लिखी थी। इसके विमोचन के दौरान उन्होंने कहा था, ‘लोग कहते हैं कि मैं साइलेंट प्राइम मिनिस्टर हूं। मुझे लगता है कि ये किताब खुद ही बोलेगी। मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि मैं वह प्रधानमंत्री नहीं हूं, जो प्रेस से बात करने में डरता है।’
मैं प्रेस से निरंतर मिलता हूं। जो भी विदेश यात्रा मैंने की है, मैंने प्लेन में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है या लैंडिंग के तुरंत बाद किया है। इस किताब में मेरे उन सभी प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में जिक्र किया गया है।
– डॉ. मनमोहन सिंह
दो बार बने प्रधानमंत्री
पंजाब प्रांत में हुआ जन्म
डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के गाह गांव में हुआ था। यह गांव अब पाकिस्तान में पड़ता है। बंटवारे के बाद उनका परिवार अमृतसर आ गया और उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की।
इसके बाद कैम्ब्रिज गए और फिर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से डीफिल किया। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने एलान कर दिया कि वह राजनीतिक सफर से संन्यास ले रहे हैं। इसके बाद राहुल गांधी को उनके उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाने लगा था। लेकिन नतीजों में कांग्रेस की बुरी हार हुई थी।यह भी पढ़ें: ‘माना तेरी दीद के काबिल नहीं हूं…’ जब संसद में सुषमा से बोले थे मनमोहन; खूब बजी थी तालियां