सरकारी मशनीनरी घबराई हुई हैं
उन्होंने कहा कि आम चुनाव में इस मामले में थोड़ा बचाव जरूर हो जाता है, क्योंकि सरकारी मशीनरी सत्ता परिवर्तन के डर से घबराती हैं। इससे पहले मायावती ने कहा कि इस बार जो वोट पड़े और जो नतीजे आए, उसको लेकर लोगों में आम चर्चा है कि पहले देश में जब बैलेट पेपर (मतपत्र) के जरिए चुनाव होते थे तो सत्ता का दुरुपयोग करके फर्जी वोट डाले जाते थे और अब तो ईवीएम के जरिये भी यह कार्य किया जा रहा है।
मायावती ने दावा किया कि इतना ही नहीं, अब ये गतिविधियां आम चुनावों के बजाय, खासकर उपचुनावों के दौरान और भी खुलेआम हो रही हैं। उन्होंने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में यह देखा। महाराष्ट्र में चुनावों को लेकर भी इसी तरह की चिंताएं जताई गई हैं। यह हमारे देश में लोकतंत्र के लिए एक बड़ी चेतावनी है।
कहा- देश के किसी भी उपचुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे
मायावती ने कहा कि इस स्थिति को देखते हुए हमारी पार्टी ने फैसला किया है कि जब तक भारत का निर्वाचन आयोग फर्जी मतदान को रोकने के लिए सख्त कदम नहीं उठाता, तब तक हम देशभर में, खासकर उत्तर प्रदेश में किसी भी उपचुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे। मैं यहां विशेष रूप से उपचुनावों का जिक्र कर रही हूं।
2007 में जब बसपा सत्ता में आई तो भाजपा घबरा गई
बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस और भाजपा आदि पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस, भाजपा और इनकी समर्थक सभी जातिवादी पार्टियां खासकर 2007 में बसपा की उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बाद से बसपा को केंद्र की सत्ता में आने से रोकने के लिए तरह-तरह के षड्यंत्र करती रही हैं। इसे स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2007 में जब बसपा पूर्ण बहुमत से सत्ता में आयी तो कांग्रेस, भाजपा और इनकी समर्थक पार्टियां यह सोचकर घबरा गईं कि यदि बसपा केंद्र की सत्ता में आ गई तो फिर बाबा साहब आंबेडकर और कांशीराम का अधूरा रहा सपना जरूर साकार हो जाएगा।
दलित समाज में भाजपा ने अनेक पार्टियां बनवा दीं
मायावती ने कहा कि इसी भावना के तहत कांग्रेस, भाजपा एंड कंपनी के लोग अंदर-अंदर आपस में मिलीभगत करके परदे के पीछे से खासकर दलित समाज में से बिकाऊ और स्वार्थी किस्म के लोगों के जरिये अनेक पार्टियां बनवा दी हैं, जिनको चलाने और चुनाव लड़ाने में इन्हीं दलों का धन लगता है। ऐसे लोग हेलीकाप्टर और कई गाड़ियों के काफिले के साथ दौरा करते हैं, ताकि दलित समाज के लोग आकर्षित हों।
इनको मिलकर रोकना समय की मांग- मायावती
बसपा नेता ने कहा कि अब तो यह आम चर्चा है कि ये लोग ऐसा इसलिए करते हैं, ताकि दलित समाज के वोटों की शक्ति को खंडित करके बाबा साहब के कारवां को क्षति पहुंचायी जा सके। बसपा प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि ये विरोधी पार्टियां जातिवादी पार्टियों को अपना खुद का वोट ‘ट्रांसफर’ करके इनके हर राज्य में एक दो सांसद और विधायक भी जितवा कर भेज रहीं हैं। उन्होंने कहा कि इनको मिलकर रोकना समय की मांग और सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय के लिए खास जरूरी है।
मंदिर-मस्जिद सर्वे का काम आगे बढ़ाना चाहिए
मायावती ने संभल की चर्चा करते हुए कहा कि कल उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के आए अप्रत्याशित नतीजों के बाद से खासकर संभल जिला सहित मुरादाबाद मंडल में तनाव व्याप्त है। उन्होंने कहा कि ऐसे में शासन-प्रशासन को संभल में मस्जिद-मंदिर विवाद को लेकर सर्वे कराने का कार्य थोड़ा आगे बढ़ाना चाहिए था, ऐसा करना बेहतर होता। उन्होंने कहा कि आज वहां सर्वे के दौरान जो कुछ भी हिंसा और बवाल हुआ तो उसके लिए उत्तर प्रदेश का शासन-प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार है। मायावती ने इसे अति निंदनीय करार दिया।