अंपायर ने क्यों नो बॉल दिया?
मिचेल स्टार्क का आगे वाला पैर लाइन के पार नहीं था। लेकिन बैकफुट की वजह से अंपायर ने नो बॉल करार दिया। उनका पिछला पैर रिटर्न क्रीज की लाइन के पास था। पैर का थोड़ा हिस्सा रिटर्न क्रीज की लाइन को टच भी कर रहा था। इसी वजह से थर्ड अंपायर ने इसे नो बॉल करार दिया। हालांकि कमेंट्री कर रहे कमेंटेटर साइमन डूल ने ऑन एयर अंपायर के फैसले की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह नो-बॉल नहीं होनी चाहिए थी। लेकिन बाद में उन्होंने अपनी गलती सुधारी। उन्होंने कहा कि पैर लाइन को छूते ही यह पेनल्टी है।
MCC के नियम 21.5.1 के अनुसार, ‘गेंदबाज का पिछला पैर उसकी गेंद डालने के बाद रिटर्न क्रीज के भीतर होना चाहिए और उसे छूना नहीं चाहिए।’ अगर पैर लाइन को छूता भी है तो नो बॉल होगा और बल्लेबाजी टीम को अगली गेंद पर फ्री हिट मिलेगी। यानी साफ है कि लाइन में पैर छूते ही नो बॉल दिया जाएगा और स्टार्क का पैर लाइन को छूआ था।
सुपर ओवर में सिर्फ 11 रन बने
आईपीएल 2025 का पहला सुपर ओवर बुधवार को अरुण जेटली स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेला गया। इस सुपर ओवर में दिल्ली कैपिटल्स ने जीत दर्ज की। इसके पहले 189 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, राजस्थान ने 4 विकेट पर 188 रन बनाए। सुपर ओवर में मिचेल स्टार्क के साथ राजस्थान की टीम 11 रन ही बना पाई। नो बॉल के बाद भी राजस्थान की टीम फायदा नहीं उठा पाए। रियान पराग और यशस्वी जायसवाल रन आउट हो गए। जवाब में 4 गेंदों पर केएल राहुल और ट्रिस्टन स्टब्स ने दिल्ली को जीत दिला दी।