जेएनएन, इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता के दौरान इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव के पुत्र संघमित्र द्वारा दिए भाषण के बाद राजनीति गरमा गई।
दरअसल, वाद-विवाद प्रतियोगिता के विषय- भारत सरकार के कृषि, रेल और खेल विभाग के कार्यों पर बोलते हुए संघमित्र ने मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के समक्ष जब केंद्र सरकार की आलोचना की तो हर कोई हतप्रभ रह गया।
भाजपा के महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी मंच पर उपस्थित थे। संघमित्र ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कई सवाल दागे।
इस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंच से ही संघमित्र के भाषण की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे वाद-विवाद प्रतियोगिताओं के आयोजन से युवाओं में बोलने की कला का विकास होता है।
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसकी तारीफ करते हुए कहा कि युवा ने प्रभावशाली भाषण दिया है।
वहीं प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर कहा कि संघमित्र को सिर्फ इसलिए ट्रोल किया जा रहा है, क्योंकि वह महापौर के पुत्र हैं।
वाद-विवाद प्रतियोगिता का मूल यही है कि कुछ प्रतिभागी पक्ष रखते हैं और कुछ विपक्ष। संघमित्र ने विपक्ष की भूमिका निभाते हुए अपनी वॉककला का परिचय दिया।