मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के परासिया में बच्चों में किडनी फेलियर के मामलों के बाद प्रशासन ने रसेला मेडिकल और श्रीवास्तव मेडिकल को सील कर दिया है। यह कार्रवाई दूषित कफ सिरप के सेवन की आशंका के चलते की गई है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम दवाओं के स्टॉक और रिकॉर्ड की जांच कर रही है। केंद्र और राज्य की विशेषज्ञ टीमें भी जाँच में जुटी हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के परासिया में बच्चों में किडनी फेलियर (गुर्दा विफलता) के दुखद मामलों से जुड़े एक बड़े घटनाक्रम में, स्थानीय प्रशासन ने स्टेशन रोड परासिया पर स्थित दो मेडिकल स्टोरों-रसेला मेडिकल और श्रीवास्तव मेडिकल को सील कर दिया है।
यह कार्रवाई बच्चों की मौत के बाद सामने आए गंभीर मामले की चल रही जांच का हिस्सा है, जिसमें दूषित कफ सिरप और कुछ अन्य दवाओं के सेवन की आशंका जताई जा रही है।
कई बच्चों के परिजनों ने इन्हीं मेडिकल स्टोर से ली थी दवा
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया था कि किडनी संबंधी समस्याओं से पीड़ित कई बच्चों ने इन निजी मेडिकल स्टोर्स से दवाइयां ली थीं। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम ने जांच को आगे बढ़ाते हुए इन दोनों प्रतिष्ठानों को बंद (सील) कर दिया है, ताकि दवाओं के स्टॉक और प्रिस्क्रिप्शन रिकॉर्ड की गहनता से जांच की जा सके।
उल्लेखनीय है कि इस पूरे मामले की जांच के लिए केंद्र और राज्य की विशेषज्ञ टीमें (जैसे NCDC और IDSP) पहले ही परासिया पहुँच चुकी हैं। उन्होंने मानव और दवा नमूनों के साथ-साथ पानी के नमूने भी एकत्र किए हैं।
कुछ अन्य कफ सिरपों के उपयोग पर भी लगा प्रतिबंध
इस बीच, कुछ संबंधित दवाइयों और कफ सिरपों के उपयोग पर भी अस्थाई रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से क्षेत्र में अवैध और अनधिकृत दवा वितरण पर लगाम लगने की उम्मीद है।