डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में प्रतिबंधित संगठन सिमी के गढ़ रहे खंडवा के ग्राम पेठिंया में रविवार को पुलिस ने मदरसे के ऊपर बने कमरे से 19 लाख 78 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं।
पुलिस ने कमरे में रखे बैग से पांच-पांच सौ के नकली नोटों की गड्डियां जब्त कीं, जिनमें 164 नोट बिना कटे मिले हैं। इसके साथ ही नोटों को काटने वाला कटर भी बरामद किया गया है, जिससे स्पष्ट होता है कि नकली नोटों को कहीं और से छपवाकर लाने के बाद यहीं काटा जाता था।
कमरे में 33 वर्षीय मौलाना मोहम्मद जुबैर अशरफ अंसारी निवास करता था, जो मदरसे में बच्चों को इस्लामिक शिक्षा देने के साथ ही पास की मस्जिद में नमाज भी पढ़ाता था।
10 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार हुआ मौलाना
मौलाना जुबैर एक सप्ताह पहले 26 अक्टूबर को यह कहकर गया था कि वह बुरहानपुर जिले में स्थित अपने घर किसी काम से जा रहा है। दो दिन पहले ही महाराष्ट्र पुलिस ने मालेगांव में उसे और उसके एक साथी को 10 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया है। इस जानकारी के बाद मस्जिद के सदर कलीम ने रविवार को जावर थाना पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद मदरसे के कमरे की छानबीन की गई और नकली नोट बरामद हुए।
नकली नोटों की असामाजिक गतिविधियों में इस्तेमाल की आशंका
पुलिस को आशंका है कि इन नोटों का इस्तेमाल असामाजिक गतिविधियों में किया जा सकता था। पुलिस का मानना है कि मौलाना जुबैर अकेला इस काम में संलिप्त नहीं था, बल्कि उसके साथ गिरोह भी हो सकता है।
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने बताया कि मौलाना जुबैर के खिलाफ खंडवा में भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस उसे रिमांड पर लेगी ताकि पता लगाया जा सके कि वह नकली नोटों का उपयोग कहां और कैसे कर रहा था।