अवैध मिनी शराब फैक्ट्री का खुलासा, रैपर-बोतलें, ढक्कन बरामद
उत्पाद विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि रामपुर केशो मलाही गांव में अवैध शराब बनाई जा रही है। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम ने रामबाबू चौधरी के घर छापेमारी की। छापेमारी में घर से एक अवैध मिनी शराब फैक्ट्री का खुलासा हुआ। यहां नकली शराब बनाने का पूरा सामान मिला। इसमें शराब के रैपर, बोतलें, ढक्कन और स्प्रिट शामिल हैं।
1000 से 1200 रुपये में बेचता था नकली शराब
पूछताछ में रामबाबू ने बताया कि वह कबाड़ी से अंग्रेजी ब्रांड की खाली बोतलें खरीदता था। फिर इन बोतलों में सस्ती शराब भरकर बेचता था। उसने बताया कि ‘जो शराब वह भरता था, वह मात्र 20 रुपये में तैयार हो जाती थी। बोतलों पर QR कोड और सील लगे होने के कारण ग्राहक असली और नकली शराब में फर्क नहीं कर पाते थे। इस तरह वह 1000 से 1200 रुपये में नकली शराब बेच देता था।’

कबाड़ी से खरीदता था शराब की खाली बोतलें
रामबाबू ने बताया कि वह चुरिहार गांव के अब्दुल हसन नाम के एक कबाड़ी से खाली बोतलें खरीदता था। इस जानकारी के बाद उत्पाद विभाग ने अब्दुल हसन के कबाड़खाने पर भी छापा मारा। वहा से भारी मात्रा में खाली शराब की बोतलें बरामद हुईं। रामबाबू और अब्दुल हसन के अलावा, एक महिला सहित पांच अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। इस तरह कुल सात लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।
होली को देखते हुए चलाया जा रहा विशेष अभियान
मुजफ्फरपुर उत्पाद थाने के थानेदार दीपक कुमार सिंह ने बताया कि होली के त्यौहार को देखते हुए शराब माफियाओं के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि, ‘होली पर्व को लेकर बढ़िया अधिकारियों के निर्देश पर शराब माफिया के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है।’ इसी अभियान के तहत सात शराब कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही एक मिनी शराब फैक्ट्री चलाने वाले को भी गिरफ्तार किया गया है। थानेदार ने यह भी बताया कि, ‘ढाई सौ लीटर विदेशी शराब के साथ भारी मात्रा में देशी शराब जब्त किया है।’