• Fri. Nov 1st, 2024

24×7 Live News

Apdin News

Myopia Eye Disease,मोबाइल-लैपटॉप, TV पर ज्यादा समय बिताने से आंखों को खतरा, 2050 तक देश में होंगे 74 करोड़ मायोपिया के मरीज – mobile laptop tv watching cause myopia disease 74 crore patients will be in country ghazipur news

Byadmin

Oct 31, 2024


अमितेश सिंह, गाजीपुर: हर इंसान की लाइफ में मोबाइल फोन और लैपटॉप के प्रयोग ने आंखों से जुड़ी कई विकृतियों को जन्म दिया है। ज्यादा स्क्रीन टाइम ने बच्चों और युवाओं में मायोपिया (निकट दृष्टि दोष)के जोखिम को पहले की तुलना में कई गुना बढ़ा दिया है। स्वास्थ्य के संबंध में जारी आंकड़ों के अनुसार साल 2050 तक बच्चों में मायोपिया के मामले 74 करोड़ पहुंचने का अनुमान हैं।गाजीपुर में भी बच्चों में मायोपिया की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। प्रतिदिन जिला चिकित्सालय के नेत्र विभाग में मायोपिया के मरीजों की अच्छी खासी तादाद उपचार के लिए पहुंच रही है। एनबीटी ऑनलाइन आपको इस बीमारी से बचाव के बारे में बताएगा। एनबीटी ऑनलाइन ने इस बाबत नेत्र चिकित्सा विशेषज्ञ स्नेहा सिंह से संपर्क किया।

मायोपिया को रोक पाना मुश्किल

उन्होंने बताया कि माता-पिता में से किसी एक या दोनों को मायोपिया है। ऐसी सूरत में जेनेटिक (अनुवांशिक) करणों से बच्चों में भी मायोपिया की बीमारी हो सकती है। ऐसे बच्चों में इस बीमारी की संभावना अन्यों की तुलना में कही ज्यादा होती है। मायोपिया को पूरी तरह से रोकना मुश्किल हो सकता है। खासकर अगर जब परिवार में इसकी मेडिकल हिस्ट्री है। हालांकि, कुछ उपाय अपनाकर इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है।

मायोपिया से बचने के उपाय

बहुत करीब से बच्चों को टेलीविजन देखने के लिए हतोत्साहित करना चाहिए। बच्चों के लिए स्क्रीन समय को सीमित करना चाहिए। कंप्यूटर, टैबलेट और स्मार्टफोन का इस्तेमाल हर दिन एक सीमित घंटे से ज्यादा नहीं होना चाहिए। कुछ-कुछ अंतराल पर आंखों को आराम देना जरूरी है। इसके लिए हर 20 मिनट के स्क्रीन समय के बाद 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर की किसी चीज को देखें। पढ़ते समय बच्चों के कमरे की रोशनी सही होनी चाहिए।

बच्चों को लेकर घर के बड़ो को इसका खास ध्यान रखना चाहिए। उन्हें अंधेरे में फोन का इस्तेमाल नहीं करने देना चाहिए है। कम रोशनी में पढ़ने या फोन चलाने से आंखों पर ज्यादा स्ट्रेन (तनाव) पड़ता है, जिससे मायोपिया हो सकता है। मायोपिया से बचने के उपाय के तहत बाहरी गतिविधियों को बढ़ावा देना चाहिए। बच्चों को हर दिन कम से कम 2-3 घंटे बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित करें।

By admin