सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : एएनआई
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रूस और यूक्रेन के बीच बीते 32 महीनों से ज्यादा समय से जंग जारी है। इस युद्ध में उत्तर कोरियाई सैनिकों और यूक्रेनी बलों का पहली बार आमना-सामना हुआ है। उत्तर कोरियाई सैनिकों ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र के एक हिस्से को नियंत्रण में ले लिया है। अमेरिका के एक प्रमुख समाचार पत्र ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने एक यूक्रेनी और एक अमेरिकी वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से यह खबर दी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी पुष्टि की है कि उनके बलों और उत्तर कोरियाई सैनिकों के बीच पहली बार सीधा संघर्ष हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि करीब 11 हजार उत्तर कोरियाई सैनिक पहले से ही रूस के कुर्स्क क्षेत्र में तैनात हैं।
दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी ‘योनहाप’ की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने भी मंगलवार को कहा कि करीब 10 हजार उत्तर कोरियाई सैनिक रूस में तैनात किए गए हैं और उनमें एक बड़ी तादाद में सैनिकों को अग्रिम मोर्चे के क्षेत्रों में भेजा गया। हालांकि, राष्ट्रपति कार्याल ने बुधवार को बताया कि रूस के पश्चिमी मोर्चे पर तैनात उत्तर कोरियाई सैनिक अभी तक यूक्रेनी बलों के साथ जंग में पूरी तरह से शामिल नहीं हुए हैं।
बड़ी संख्या में मारे गए उत्तर कोरियाई सैनिक: अमेरिकी अधिकारी
दक्षिण कोरिया के सार्वजनिक प्रसारक ‘केबीएस’ पर मंगलवार को प्रसारित एक इंटरव्यू में यूक्रेनी रक्षा मंत्री रुस्तेम उमेरोव ने कहा कि उनके देश की सेना ने पहली बार उत्तर कोरियाई सैनिकों का मुकाबला किया है। वहीं, ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की रिपोर्ट में यूक्रेनी अधिकारी ने मृतकों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। लेकिन एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि बड़ी संख्या में उत्तर कोरियाई सैनिक मारे गए हैं।
वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन मांगा
अमेरिकी अखबार ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि यूक्रेनी अधिकारी के मुताबिक, उत्तर कोरियाई सैनिकों ने एक रूसी नौसैनिक इन्फैंट्री ब्रिगेड के साथ मिलकर युद्ध किया। वहीं, यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मंगलवार को एक बयान में कहा, उत्तर कोरियाई सैनिकों के साथ पहले संघर्ष ने दुनिया में अस्थिरता का एक नया अध्याय खोल दिया है। जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपने देश की रक्षा के लिए समर्थन मांगा।
अमेरिका के रक्षा मंत्री बोले- यूरोप और एशिया तक होगा असर
वहीं, अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने सोमवार कहा था कि कुर्स्क क्षेत्र में उत्तर कोरिया के 10 हजार सैनिकों की मौजूदगी है और आने वाले दिनों में वे युद्ध में शामिल हो सकते हैं। अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने भी युद्ध में उत्तर कोरियाई सैनिकों की मौजूदगी को ‘बहुत गंभीर’ स्थिति बताते हुए कहा कि यह यूरोप और एशिया दोनों पर असर डाल सकती है।
जून में पुतिन ने किया था प्योंगयांग का दौरा
रूस और उत्तर कोरिया ने फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से अपने सैन्य सहयोग को बढ़ाया है। जून में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्योंगयांग का दौरा किया था और और रूस व उत्तर कोरिया के बीच एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी समझौता हुआ था, जिसमें एक-दूसरे की मदद करने का वादा किया गया था।
उत्तर कोरिया ने कोरियाई युद्ध के बाद किसी संघर्ष में नहीं लिया हिस्सा
उत्तर कोरिया की सेना दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक है, जिसमें 12 लाख सैनिक हैं। लेकिन उसने 1950-53 के कोरियाई युद्ध के बाद से किसी बड़े संघर्ष में हिस्सा नहीं लिया। रूस ने हथियारों की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए उत्तर कोरिया की मदद ली है। इस बीच, दक्षिण कोरिया ने उपग्रह से लिए गए चित्र जारी किए हैं, जिसमें रूस के नौसैनिक जहाजों की गतिविधि और उत्तर कोरियाई सैनिकों का जमावड़ा दिखाया गया है।
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