भारत पाकिस्तान को कूटनीति के जरिए भी पूरी तरह से पस्त करना चाहता है। इसके लिए सात संसदीय प्रतिनिधिमंडल अगले कुछ सप्ताहों में 32 देशों का दौरा करेंगे और पाकिस्तान को बेनकाब करेंगे। इसके साथ ही विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने विदेश यात्रा पर जा रहे सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से तीन को मंगलवार को संबंधित चीजों की जानकारी दी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पूरी दुनिया में बेनकाब तो ही गया है। वहीं, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर करके अपनी ताकत का एहसास भी पाकिस्तान को कराया है। वहीं, भारत पाकिस्तान को कूटनीति के जरिए भी पूरी तरह से पस्त करना चाहता है। इसके लिए सात संसदीय प्रतिनिधिमंडल अगले कुछ सप्ताहों में 32 देशों का दौरा करेंगे और पाकिस्तान को बेनकाब करेंगे।
विदेश सचिव सर्वदलीय मंडल की 3 टीमों को किया ब्रीफ
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पहलगाम आतंकवादी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद विभिन्न देशों को भारत के रुख से अवगत कराने के लिए विदेश यात्रा पर जा रहे सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से तीन को मंगलवार को संबंधित चीजों की जानकारी दी।
ब्रीफिंग में इन्होंने लिया भाग
जद(यू) के संजय झा, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे और द्रमुक की कनिमोई के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने ब्रीफिंग में भाग लिया, जिसमें उन्हें उनके एजेंडे और उसके विस्तृत विवरण के बारे में बताया गया।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी भी बैठक में शामिल हुए, जिन्हें अंतिम समय में प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया, क्योंकि उनकी पार्टी ने अपने सांसद यूसुफ पठान को सरकार द्वारा चुने जाने के एकतरफा फैसले का विरोध किया था।टीएमसी के नेता अभिषेक बनर्जी, जद(यू) नेता झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं, जो जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, इंडोनेशिया और सिंगापुर की यात्रा करेगा।
51 राजनीतिक नेता 25 देशों का दौरा करेंगे
विभिन्न दलों के सांसदों और पूर्व मंत्रियों तथा 8 पूर्व राजदूतों सहित 51 राजनीतिक नेता 25 देशों का दौरा करने वाले हैं, जिनमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के सदस्य देश तथा अन्य प्रभावशाली देश शामिल हैं।
देशों का चयन कैसे किया गया?
25 देशों में शामिल हैं:
- 15 देश जो UNSC के सदस्य हैं
- 5 देश जो आने वाले दिनों में UNSC के सदस्य बनेंगे
- 5 अन्य प्रभावशाली देश
इस बात की पुष्टि मंगलवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्री द्वारा सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की ब्रीफिंग में की गई। उन्होंने कहा कि हम उन सभी देशों में जा रहे हैं जो यूएनएससी के सदस्य हैं, उनकी संख्या लगभग 15 है।
इन देशों को क्यों चुना गया?
चूंकि पाकिस्तान अगले 17 महीनों तक यूएनएससी का सदस्य बना रहेगा, इसलिए वह इस मंच का इस्तेमाल अपनी झूठी कहानी को प्रचारित करने के लिए करेगा। इसलिए, सरकार ने भारत का पक्ष मजबूती से प्रस्तुत करने के लिए इन देशों को चुना।आतंक के गढ़ पाकिस्तान ने अतीत में कई मौकों पर इस मंच का इस्तेमाल भारत विरोधी टिप्पणी करने के लिए किया है, ताकि अपनी कहानी को आगे बढ़ाया जा सके।
पाकिस्तान के आतंकवाद को बढ़ावा देने की नीति की भर्त्सना करेंगे
प्रतिनिधिमंडल की सदस्य और भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा कि 25 से अधिक देशों में हमारे प्रतिनिधि जा रहे हैं… हमारी सरकार ने सही समझा कि विभिन्न दलों को सांसद मिलकर अलग-अलग देशों में जाए और सभी के पास अपनी बात रखें और पाकिस्तान के आतंकवाद को बढ़ावा देने की नीति की भर्त्सना करें।
देशों का चयन कैसे किया गया?
25 देशों में शामिल हैं:
- 15 देश जो UNSC के सदस्य हैं
- 5 देश जो आने वाले दिनों में UNSC के सदस्य बनेंगे
- 5 अन्य प्रभावशाली देश
इस बात की पुष्टि मंगलवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्री द्वारा सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की ब्रीफिंग में की गई। उन्होंने कहा कि हम उन सभी देशों में जा रहे हैं जो यूएनएससी के सदस्य हैं, उनकी संख्या लगभग 15 है।
इन देशों को क्यों चुना गया?
चूंकि पाकिस्तान अगले 17 महीनों तक यूएनएससी का सदस्य बना रहेगा, इसलिए वह इस मंच का इस्तेमाल अपनी झूठी कहानी को प्रचारित करने के लिए करेगा। इसलिए, सरकार ने भारत का पक्ष मजबूती से प्रस्तुत करने के लिए इन देशों को चुना।आतंक के गढ़ पाकिस्तान ने अतीत में कई मौकों पर इस मंच का इस्तेमाल भारत विरोधी टिप्पणी करने के लिए किया है, ताकि अपनी कहानी को आगे बढ़ाया जा सके।
पाकिस्तान के आतंकवाद को बढ़ावा देने की नीति की भर्त्सना करेंगे
प्रतिनिधिमंडल की सदस्य और भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा कि 25 से अधिक देशों में हमारे प्रतिनिधि जा रहे हैं… हमारी सरकार ने सही समझा कि विभिन्न दलों को सांसद मिलकर अलग-अलग देशों में जाए और सभी के पास अपनी बात रखें और पाकिस्तान के आतंकवाद को बढ़ावा देने की नीति की भर्त्सना करें।
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