ऐसे करेंगे खर्च की वसूली
प्रोजेक्ट पर खर्च होने वाले पैसे की वसूली के लिए एमएमआरडीए ने यहां से गुजरने वाली गाड़ियों पर टोल लगाने का निर्णय पहले ही ले लिया था। टोल 22 किमी लंबे अटल सेतु के माध्यम से ऑरेंज गेट- मरीन ड्राइव टनल में प्रवेश करने वाले वाहनों पर लगेगा। वहीं, चेम्बूर की दिशा से ईस्टर्न फ्री वे के माध्यम से मरीन ड्राइव की दिशा में बढ़ने वाले वाहनों को टनल में प्रवेश के लिए टोल नहीं देना होगा। अटल सेतु और ईस्टर्न फ्री से आने जाने वाले वाहनों के लिए टनल में अलग से मार्ग तैयार किया जाएगा।
क्या है ईस्टर्न फ्री वे प्रोजेक्ट
साउथ मुंबई से वाहनों को उपनगर तक सिग्नल फ्री मार्ग उपलब्ध करवाने के लिए 9.23 किमी लंबा कॉरिडोर तैयार करने की योजना बनाई गई है। 9.23 किमी मार्ग में से 6.52 किमी मार्ग अंडरग्राउंड होगा। इस प्रोजेक्ट के ज़रिए ईस्टर्न फ्री वे को कोस्टल रोड से सीधे कनेक्ट किया जाएगा। यह कॉरिडोर पी डिमेलो रोड स्थित ऑरेंज गेट से मरीन ड्राइव के करीब बन रहे कोस्टल रोड तक होगा। 6.51 किमी लंबे टनल का निर्माण टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) की मदद से होगा। टनल का व्यास 11 मीटर का होगा। वाहनों की आवाजाही के लिए टनल में 2-2 लेन होगी।
ईस्टर्न फ्री वे प्रोजेक्ट की स्थिति
प्रोजेक्ट का सिविल वर्क आरंभ करने से पहले भू तकनीकी जांच का काम पूरा कर लिया गया है। 9.23 किमी लंबी सड़क तैयार करने के लिए एमएमआरडीए द्वारा 35 स्थानों पर जमीन का परीक्षण किया गया है। जांच के दौरान जमीन की सतह से चट्टान कितनी नीचे है, पानी का लेवल क्या है, मिट्टी कैसी है, फाउंडेशन के लिए कितनी गहराई तक खुदाई करनी होगी, इसकी रिपोर्ट कर ली गई है। भू तकनीकी जांच रिपोर्ट के अनुसार, प्रोजेक्ट का सिविल वर्क शुरू किया जाएगा।
प्रोजेक्ट में क्या ख़ास
इस मार्ग पर टोल लगाकर प्रोजेक्ट पर खर्च होने वाले पैसे की वसूली की जाएगी। साउथ मुंबई से वाहनों को उपनगर तक सिग्नल फ्री मार्ग उपलब्ध करवाने के लिए 9.23 किमी लंबा कॉरिडोर तैयार करने की योजना बनाई है। 9.23 किमी मार्ग में से 6.52 किमी मार्ग अंडरग्राउंड होगा। प्रोजेक्ट के ज़रिए ईस्टर्न फ्री वे को कोस्टल रोड से सीधे कनेक्ट किया जाएगा। यह कॉरिडोर पी डिमेलो रोड स्थित ऑरेंज गेट से मरीन ड्राइव के करीब बन रहे कोस्टल रोड तक होगा।