12वीं के बाद नौकरी की शुरुआत
ज्योति ने 12वीं के बाद ही काम करना शुरू कर दिया था। सबसे पहले एक कोचिंग सेंटर में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी की। इसके बाद एक निजी स्कूल में पढ़ाया और फिर हिसार के एक निजी ऑफिस में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर कार्य किया। जीवन में बड़ा बदलाव आया कोरोना काल में, जब दिल्ली की नौकरी छोड़कर वह हिसार लौटी। यहीं से उसने सोशल मीडिया पर ट्रैवल वीडियो बनाने शुरू किए। धीरे-धीरे उसे यूट्यूब और इंस्टाग्राम से कमाई होने लगी।
पाकिस्तान से जुड़ी कंट्रोवर्सी
ज्योति ने ‘ट्रैवल विद जो’ नाम से यूट्यूब चैनल शुरू किया, जहां वह देश-विदेश की यात्राओं से जुड़े अनुभव साझा करती थी। उसके यूट्यूब पर 3.77 लाख और इंस्टाग्राम पर 1.38 लाख फॉलोअर्स हैं। चैनल पर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि दिखाने वाले वीडियो भी अपलोड किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, ज्योति की मुलाकात दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई थी। इसी के बाद वह जासूसी के नेटवर्क में फंस गई।
दो बार की पाकिस्तान की यात्रा
वह अब तक दो बार पाकिस्तान यात्रा कर चुकी है। वो एक बार अकेले और एक बार सिख जत्थे के साथ करतारपुर साहिब दर्शन के लिए गई थी। इसके अलावा वह दुबई, थाईलैंड, इंडोनेशिया, नेपाल, भूटान, चीन और बांग्लादेश की भी यात्रा कर चुकी है। हिसार पुलिस ने ज्योति के अलावा उसके पांच और साथियों को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इन सभी पर पाकिस्तान के लिए संवेदनशील सूचनाएं भेजने का आरोप है।
पिता ने बेटी को बताया बेकसूर
आईबी के इनपुट के मुताबिक, ज्योति ने अपने सोशल मीडिया चैनलों के जरिए कश्मीर, पाकिस्तान, और भारत-पाक क्रिकेट मुकाबलों से जुड़े वीडियो बनाए हैं, जिनमें सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील चीजें भी फिल्माई गई हैं। ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा का कहना है कि मेरी बेटी पाकिस्तान जरूर गई थी, लेकिन उसने कोई गलत काम नहीं किया। उसे जानबूझकर फंसाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उन्हें यूट्यूब से होने वाली कमाई की जानकारी नहीं है और बेटी की कमाई में कभी दखल नहीं दिया।