अशोक कुमार यादव, पलवल। पलवल में जिला नागरिक अस्पताल की इमारत एक दशक पहले बनी थी, जो जर्जर होना शुरू हो चुकी है। अब इस जर्जर इमारत को नौ करोड़ की लागत से फिर से चमकाया जाएगा। अस्पताल की मरम्मत के लिए एस्टीमेट तैयार किया गया है। यह कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा। एस्टीमेट भी इसी विभाग ने तैयार किया है। काम पूरा होने के बाद अस्पताल नए लुक में दिखेगा।
बता दें कि दो सौ बेड के इस अस्पताल का शुभारंभ 30 अगस्त 2014 को हुआ था। मात्र दस साल में ही इमारत जर्जर हो गई है। इमारत के पिलर, ईंटे और सरिए भी बाहर से दिखाई देते है। छत का लेंटर का प्लास्टर भी कई जगहों से झड़कर गिर चुका है। वर्षा के दौरान नागरिक अस्पताल की छत कई जगह से टपकती रहती है। पिलरों में बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी हैं। भवन में कई जगह लेंटर तक उखड़ा हुआ है। दीवारों को देख ऐसा लगता है कि बिल्डिंग को बने कई दशक बीत गए हो।
डाक्टरों के कक्षों को छोड़ दें तो वार्डों और अन्य कमरों की हालत ठीक नहीं है। जनरल वार्ड स्वास्थ्य विभाग के पैमानों पर खरे नहीं उतरते। स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल की मरम्मत की अनुशंसा की। विभाग की अनुशंसा पर लोक निर्माण विभाग को यह जिम्मा दिया गया। विभाग ने एस्टीमेट तैयार कर लिया और मंजूरी के लिए भेज दिया है।
एस्टीमेट के मुताबिक मरम्मत के कार्य पर करीब नौ करोड़ रुपये की लागत आएगी। मरम्मत का कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा ही करवाया जाएगा।इस बारे में लोक निर्माण विभाग के एसडीओ सिद्धार्थ देव ने बताया कि अभी एक करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से जिला नागरिक अस्पताल में बने करीब 145 शौचालयों को नए सिरे से बनाया जाएगा। जिसमें सभी शौचालयों की फर्श व दीवार की टाइलें, टायलेट सीट, नल व पाइप को बदलकर नए लगाए जाएंगे। काम टेंडर के आधार पर किसी कंपनी से करवाया जाएगा।
दो मंजिला है बिल्डिंग
अस्पताल में ग्राउंड फ्लोर के अलावा दो मंजिला और बिल्डिंग है। अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ओपीडी, अधिकारियों के कक्ष, इमरजेंसी रूम, अल्ट्रासाउंड रूम, एक्सरे रूम, सीटी स्केन, जच्चा बच्चा केंद्र, फार्मेसी आदि हैं। पहले फ्लोर पर जनरल वार्ड,ब्लड बैंक, टेस्टिंग लेब, छोटे बच्चों का वार्ड बनाया हुआ है। तीसरे फ्लोर पर आपरेशन थियेटर तथा डायलिसिस सेंटर तथा वन स्टेप का कार्यालय चल रहा है।
जिला अस्पताल में लगेगा ईटीपी प्लांट, दूषित पानी का होगा ट्रीटमेंट
जिला अस्पताल से रोजाना निकलने वाले लिक्विड वेस्ट के ट्रीट के लिए एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी )लगाया जाएगा। प्लांट में अस्पताल से मवाद, खून, कैमिकल्स, सर्जरी से निकलने वाली तरल गंदगी, संक्रमित पानी का ट्रीटमेंट किया जाएगा। पानी सहित तरल पदार्थ ट्रीटमेंट के बाद संक्रमण मुक्त हो जाएगा। इस पानी और तरल पदार्थ का उपयोग पौधों और बगीचों की सिंचाई करने में किया जाएगा।
मोर्चरी का किया जाएगा विस्तार
जिले में बढ़ती आबादी व बढ़ते एक्सीडेंट के चलते बहुत समय से मोर्चरी के विस्तार की जरूरत महसूस की जा रही थी। इसलिए इस बजट में मोर्चरी का भी विस्तार किया जाएगा। इसमें पोस्टमार्टम कराने आए लोगों के बैठने के लिए वेटिंग रूम भी बनाया जाएगा।
दो करोड़ रुपये ट्रामा केयर सेंटर पर होंगे खर्च
जिला नागरिक अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में बनने वाले ट्रामा केयर सेंटर बनाया जाना प्रस्तावित है। लोक निर्माण विभाग ने एस्टीमेट तैयार कर लिया और मंजूरी के लिए भेज दिया है। एस्टीमेट के मुताबिक मरम्मत के कार्य पर करीब दो करोड़ रुपये की लागत आएगी। बजट पास होने के बाद विभाग की तरफ से काम शुरू करा दिया जाएगा। इसके अलावा बाकी राशि से परिसर के अंदर की सड़कों की मरम्मत तथा सीवरेज व्यवस्था पर खर्च होगी।
इस बारे में सिविल सर्जन डा. जय भगवान जाटान से फोन पर संपर्क किया तो उन्होंने फोन काट दिया। इसके बाद एसएमओ डा. सुरेश बुरोलिया से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जल्द ही करीब नौ करोड़ विभिन्न कार्यों पर खर्च किए जाएंगे।