प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यरुशलम में निर्दोष नागरिकों पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की अपनी नीति पर अडिग है। उत्तरी यरुशलम में एक बस स्टॉप पर फलस्तीनी हमलावरों द्वारा की गई गोलीबारी में छह लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए।
‘भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की अपनी नीति पर अडिग’
पीएम मोदी ने कहा, यरुशलम में निर्दोष नागरिकों पर हुए जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। प्रधानमंत्री ने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को टैग करते हुए एक्स पर पोस्ट लिखा, भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की अपनी नीति पर अडिग है।
उत्तरी यरूशलम के एक भीड़भाड़ वाले चौराहे पर स्थित बस स्टॉप पर सोमवार सुबह की गई गोलीबारी में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई। हमले में कम से कम कम 15 लोग घायल हुए हैं, जिनमें सात की हालत गंभीर बताई जाती है। उधर, सुरक्षा बलों व नागरिकों की जवाबी कार्रवाई में दो हमलावर भी मारे गए। हमास ने जिम्मेदारी लिए बिना हमले की सराहना की और इसे अपने लोगों के खिलाफ अपराधों का स्वाभाविक जवाब बताया। इस्राइली पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सुरक्षा प्रमुखों के साथ स्थिति का आकलन कर रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि हमलावरों ने उन लोगों पर गोलियां बरसाईं जो बस स्टॉप पर इंतजार कर रहे थे। हालांकि, इस्राइली मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हमलावरों ने बस में घुसकर भी गोलीबारी की। जिस चौराहे पर गोलीबारी की घटना हुई, वहां से एक सड़क यहूदी बसावट की ओर जाती है। हमले की फुटेज में दर्जनों लोगों को भागते देखा जा सकता है। मौके पर सबसे पहले पहुंचने वाले चिकित्साकर्मियों ने बताया कि वहां अफरा-तफरी का माहौल था। चारों तरफ कांच के टुकड़े बिखरे पड़े थे। घायल लोग फुटपाथ पर पड़े हुए थे। सैकड़ों सुरक्षा बल घटनास्थल पर पहुंचे, ताकि शेष हमलावरों या विस्फोटकों की तलाश की जा सके जो इलाके में लगाए गए हो सकते हैं।
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रामल्लाह क्षेत्र से आए थे आतंकी
इस्राइली सेना ने कहा कि वह पश्चिमी तट के पास के शहर रामल्लाह के बाहरी इलाके में स्थित फलस्तीनी गांवों को घेर रही है। आतंकियों ने कार्लो सबमशीन गन का इस्तेमाल किया, जिसे कार्ल गुस्ताव के नाम से भी जाना जाता है। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, ये आतंकी पश्चिमी तट के फलस्तीनी हैं। द टाइम्स ऑफ इस्राइल के अनुसार, माना जा रहा है कि दोनों आतंकी रामल्लाह क्षेत्र के गांवों से आए थे। ये सबमशीन गन आमतौर पर पश्चिमी तट की अवैध फैक्टरियों में बनाई जाती हैं। दोनों बंदूकधारियों को घटनास्थल पर ही गोली मार दी गई। हालांकि, उनकी पहचान अभी नहीं हो सकी है।