उजाला ने बताया कि वह लखनऊ से वाराणसी कैंट रात करीब दस बजे के बाद पहुंची थी और वहीं उसकी सोनम से मुलाकात हुई थी। सोनम गोरखपुर जाना चाहती थी, लेकिन ट्रेन देर रात 3 बजे थी, इस पर उजाला ने उसे बस से गाजीपुर तक चलने की सलाह दी थी। बस में चढ़ते समय सोनम ने चेहरा कपड़े से ढका हुआ था।
बाद में पानी मांगते वक्त जब उसने नकाब हटाया, तब उजाला ने उसका चेहरा देखा था लेकिन तब बहुत नहीं पहचान पाई। यात्रा के दौरान सोनम परेशान दिख रही थी और बार-बार गोरखपुर के बारे में पूछ रही थी। उजाला ने बताया कि एक लड़का सोनम के पास बैठा था, लेकिन मोबाइल न देने पर वह सीट बदलकर दूसरी जगह चला गया। इसके बाद उजाला, सोनम के बगल में बैठ गई और बातचीत शुरू हुई।