दरअसल यह पूरी घटना खेल के तीसरे शनिवार की है जब जम्मू के कोच अजय शर्मा को लगा कि पिच के रंग में कुछ बदलाव आया है जबकि पहले दो दिन के खेल में पिच की रंगत कुछ और थी। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इस संदर्भ अब एक आधिकारिक रूप से शिकायत भी दर्ज करा दी गई है। वहीं बदौड़ा ने इसका पूरी तरह से खंडन किया है।
बड़ौदा की टीम ने भी रखा है अपना पक्ष
बड़ौदा की टीम ने अपना पक्ष रखते हुए कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के कोच ने जो आरोप लगाया है वह पूरी तरह से आधारहीन है। सर्दियों का मौसम है। ऐसे में पिच और आउटफील्ड पर नमी थी। अंपायर को भी ऐसा ही लगा है। अगर कोई क्रिकेट खेलता है तो उसे यह मामूल होता है कि सर्दियों में ओस के कारण जब पिच और आउट फील्ड पर नमी होती है तो कभी-कभी उसे सूखने में समय लग जता है। इस कारण से खेल को शुरू होने में देरी भी होती है। ऐसे में अगर कोई पिच से छेड़छाड़ का आरोप लगा रहा है तो हम उसे बिल्कुल भी स्वीकार नहीं कर सकते हैं। हम इस मामले को बीसीसीआई के पास रखने जा रहे हैं।
बता दें कि रणजी ट्रॉफी का यह आखिरी ग्रुप मैच बड़ौदा के लिए काफी अहम है। जम्मू-कश्मीर अगर इस मैच में जीत हासिल करती है तो वह अपने ग्रुप के पॉइंट्स टेबल में टॉप आ जाएगी। वहीं बड़ौदा जीतती है उसके लिए क्वार्टर फाइनल में पहुंचने का रास्ता साफ हो जाएगा। वहीं मैच में बड़ौदा को जीत के लिए जम्मू की टीम ने 365 रनों का लक्ष्य दिया है।