क्या है पूरा मामला?
यह मामला साल 2008 का है। वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने गुरुग्राम के शिकोहपुर में 7.5 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी थी। आमतौर पर जमीन के कागजात बदलने में महीनों लगते हैं। लेकिन, वाड्रा के मामले में यह काम अगले ही दिन हो गया। कुछ महीनों बाद उन्हें जमीन पर घर बनाने की परमिशन भी मिल गई। इससे जमीन की कीमत बढ़ गई। फिर उन्होंने जून में वह जमीन DLF को 58 करोड़ रुपये में बेच दी।ईडी को शक है कि इस जमीन को बेचने से जो पैसे मिले, वह गलत तरीके से कमाए गए थे। इसलिए, ईडी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वाड्रा को इतना फायदा कैसे हुआ। उस समय हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी और भूपिंदर सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री थे। वाड्रा मंगलवार सुबह अपने घर से ईडी ऑफिस तक पैदल गए।
कितनी है नेटवर्थ?
प्रियंका गांधी केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सांसद हैं। उन्होंने पिछले साल यहां से उपचुनाव जीता था। इस सीट के लिए जब उन्होंने हलफनामा पेश किया था, उसमें अपनी और अपने पाति रॉबर्ट वाड्रा की संपत्ति की जानकारी दी थी।
प्रियंका गांधी की ओर से पेश हलफनामे के अनुसार रॉबर्ट वाड्रा के पास कुल 65.54 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसमें से चल संपत्तियां 37.9 करोड़ रुपये और अचल संपत्तियां 27.64 करोड़ रुपये की हैं। इसके अलावा उनके पास 10 करोड़ रुपये की देनदारियां भी हैं।
2 लाख रुपये से ज्यादा कैश
प्रियंका गांधी के हलफनामे के अनुसार रॉबर्ट वाड्रा के पास 2.18 लाख रुपये कैश हैं। साथ ही अलग-अलग बैंक में करीब 50 लाख रुपये जमा हैं। रॉबर्ट वाड्रा ने लोन भी लिया हुआ है। उनके ऊपर करीब 34 करोड़ रुपये का लोन है। रॉबर्ट वाड्रा को कारों और बाइक्स का भी काफी शौक है। उनके पास तीन गाड़ियां हैं। इनमें 53 लाख रुपये की टोयोटा लैंड क्रूजर कार भी शामिल है।
क्या करते हैं रॉबर्ट वाड्रा?
रॉबर्ट वाड्रा कारोबारी हैं। इनका हैंडीक्राफ्ट आइटम्स और कस्टम ज्वेलरी का कारोबार है। इनकी कंपनी का नाम आर्टेक्स एक्सपोर्ट्स है। साथ ही रॉबर्ट रियल एस्टेट कारोबार में भी एक्टिव हैं। इनके अलावा इनकी कई कंपनियों में भागीदारी है। यानी रॉबर्ट ने कई कंपनियों में निवेश किया हुआ है।