इस्लामी तालीम के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम ने एक बार फिर से संस्था में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। पाबंदी के दायरे में इस बार बच्चों को भी रखा गया है। संस्था ने यह कदम नवीन सत्र के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाओं के चलते उठाया है। ताकि छात्रों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी की तरफ से आदेश पत्र जारी किया गया है। इसमें नवीन सत्र के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाओं का हवाला देते हुए संस्था में आने वाले लोगों से अपील की गई है कि वह अपने साथ महिलाओं और बच्चों को न लेकर आएं।
मौलाना अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि इस समय देश के कोने-कोने से हजारों छात्र दारुल उलूम पहुंचे हुए हैं। जो प्रवेश परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं। इसलिए जो लोग संस्था में घूमने के लिए आएं वह महिलाओं और बच्चों को साथ न लाएं।
बता दें, कि दारुल उलूम प्रशासन ने पिछले साल वर्ष 17 मई को संस्था में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया था। तर्क दिया कि महिलाएं बेपर्दा होकर रील बना रही हैं और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर रही हैं, जिससे संस्था की बदनामी हो रही है।
इसके बाद 21 अक्तूबर 2024 को प्रबंधतंत्र ने सशर्त महिलाओं के प्रवेश को अनुमति दी थी। इसके लिए एक विजिटर पास बनाया गया था, जिसे हासिल करने के बाद ही महिलाओं को संस्था में प्रवेश दिया जा रहा था।