दरअसल अब राजा चंद्र विजय सिंह का एक पत्र बावड़ी की शिकायत करने वाले शिकायत कर्ता कौशल किशोर ने पत्रकारों को दिखाते हुए बताया कि राजा चंद्र विजय सिंह ने मुझे अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है।
राजा चंद्र विजय सिंह ने डीएम संभल को लिखा पत्र
जिलाधिकारी संभल….चंदौसी के इर्द-गिर्द हमारे परिवार की कुछ संपत्तियां तथा प्राचीन मंदिर आदि स्थित है। जिन पर काफी वर्षों से भूमाफियाओं का षड्यंत्र चल रहा है। हमने श्री कौशल किशोर वंदे मातरम को अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है। कि वह प्रशासन से संपर्क करें एवं उक्त धरोहर को भू- माफियाओं से आपकी सहायता से मुक्त करवा कर चंदौसी के नागरिकों को उपलब्ध काराएं।
वहीं इधर उक्त मामले में सनातन सेवक कौशल किशोर वंदे मातरम ने दावा करते हुए बताया कि बावड़ी निकल रही है। राजा चंद्र विजय सिंह और बहन रीना कुमारी की यह मिलकियत है। जो रानी प्रीतम कुमारी व राजा परिवार के यह सब वंशज है उन्हीं की वंशावली में यह बावड़ी आई है। उन्होंने आगे कहा कि राजा चंद्र विजय सिंह ने मुझे आज अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है।
राजा चंद्र विजय द्वारा लिखित जो लेटर हमें मिला है, उसे हम डीएम संभल को देने जा रहे है। राजा चंद्र विजय सिंह की संपतियां आदि पर जो अवैध कब्जा कर रखा है उसे हम प्रशासन को अवगत करा कर मुक्त कराने का प्रयास करूँगा। बावड़ी पुरातत्व और ऐतिहासिक धरोहर है इसके ऊपर जो भी अवैध अतिक्रमण होगा उसे हटाया जाएगा। यह प्रशासन की जांच का विषय है कि बावड़ी कहा तक जाती है यह क्या कार्रवाई करते है यह प्रशासन के विवेक पर निर्भर है।
उन्होंने यह भी कहा कि हमारी सनातनी प्राचीन संपत्ति को नष्ट और जमींदोज करने वालों पर भी कार्रवाई की मांग की। राजा साहब ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पुरातत्व विभाग इसका सर्वेक्षण करे। बावड़ी सबके सामने प्रशासन लाए और पुन: इसका सौंदर्यीकरण कराएं। ASI की टीम यहां लगातार आ रही है सबूत भी मिल रहे है और टीम जांच कर रही है वहीं कौशल किशोर वंदे मातरम ने दावा यह भी किया यह राजा आत्मा राम जी ने 1700 ई में बनवाई थी उसी समय की है।