जांच में छह खोखे बरामद किए गए
ASP श्रीश चंद्र, सीओ संभल अनुज चौधरी और सीओ असमोली आलोक कुमार सिद्धू सहित अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। इन अधिकरियों ने फॉरेंसिक और एलआईयू टीमों के साथ घटना स्थल की जांच की। साथ ही एलआईयू की टीम भी थी। इस जांच में पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के 9एमएम का मिस फायर और खोखा बरामद किया है। इसके साथ ही 12 बोर के 2 खोखे और 32 बोर के 2 खोखे बरामद हुए हैं। कुल 6 कारतूस बरामद हुए है।
यूएसए मेड का खोखा भी मिला
संभल एसपी कृष्ण बिश्नोई ने बताया कि इस मामले में गठित एसआईटी ने जांच शुरू कर दी गई है। फॉरेंसिक और मेटल डिटेक्टर टीम घटनास्थल पर सर्च करने पहुंची थी। सर्च के दौरान बेहद चौकानें वाली चीज सामने आई है। इसमें पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री (POF) 9mm लिखा खोखा मिला है। इसके साथ ही FN स्टार और यूएसए मेड का खोखा भी बरमाद हुआ है।
कुल 6 कारतूस या खोखे बरामद हुए हैं। इस तरह चौकानें वाले तथ्य सामने आए हैं। POF (पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री) के खोखे मिलना ये दर्शा रहा है कि ये बेहद सीरियस मैटर है। इस मामले की जांच पुलिस गंभीरता के साथ कर रही है।
29 पुलिसकर्मियों को संभल हिंसा में चोट लगी
एसपी कृष्ण बिश्नोई ने बताया कि सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। इसकी मदद से घटना को अंजाम देने वाले और इन असलहों का इस्तेमाल करने वालों की पहचान हो पाएगी। इस घटना में 29 पुलिसकर्मियों को चोटें आई है, जबकि 4 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना की एसआईटी बनाकर जांच की जा रही है। जल्द ही इस घटना के पीछे जो लोग भी सामने होंगे उनका पर्दाफाश होगा। इसके अलावा घटना में शामिल दो पत्थरबाजों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। इन दो लोगों ने 20 अन्य लोगों के नाम बताए हैं। पुलिस सबूतों के साथ कार्रवाई कर रही है।
देश में गृहयुद्ध छेड़ने की तैयारी: बीजेपी
पाकिस्तान से जुड़े खोखे मिलने पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि संभल के मामले में एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। संभल में फॉरेंसिक टीम को कुछ कारतूस ऐसे मिले हैं, जो पाकिस्तान मेड बताए जा रहे है। उन्होंने कहा कि भारत के भीतर गृहयुद्ध (जंग) छेड़ने के लिए सारा सामान तैयार करके रखा है। इनके लिए वकालत करने का काम आज विपक्ष के तमाम नेता कर रहे हैं।
ये सब उन लोगों के साथ खड़े हैं, जो पाकिस्तान के असलहों के साथ भारत की पुलिस पर फायर झोंकने से बाज नहीं आ रहे थे। ऐसे लोगों के खिलाफ आतंक निरोधी कानूनों के तहत कठोरता से कार्रवाई करने की जरूरत है। ये देश द्रोही लोग है, इनके प्रति किसी प्रकार की उदारता नहीं हो सकती हैं।