मैं हमेशा प्लान बनाकर काम करती हूं: हम्दा
हम्दा कहती हैं, ‘मैं दिन के समय काम और बच्चों की देखभाल करती हैं। रात में अपने व्यवसाय और पढ़ाई पर ध्यान देती हैं। मेरा मानना है कि योजना और व्यवस्थित तरीके से बढ़ना सफलता की कुंजी है। मुझे अव्यवस्था और बेतरतीबी पसंद नहीं है। इसलिए मैं हमेशा अपने दिन की सावधानीपूर्वक योजना बनाती हूं और उस पर आगे बढ़ती हूं।’
हम्दा मानती हैं कि इतने सारे बच्चों की परवरिश करना निश्चित रूप से एक बड़ी चुनौती थी। इस चुनौती का सामना करने के लिए हमदा ने अपने शिक्षकों से प्रेरणा ली। उनका कहना है कि इतने सारे बच्चों की परवरिश में मेरा आदर्श वह शिक्षक है, जो छात्रों से भरी कक्षा चलाता है। मेरे लिए एक बच्चे की परवरिश करना 10 बच्चों की परवरिश करने जैसा है।
हम्दा का कहना है कि उनको अपने बच्चों पर गर्व है, जो पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके सभी बच्चों के अंक 94 फीसदी से अधिक हैं और कुछ ने तो 100% अंक भी प्राप्त किए हैं। उनकी एक बेटी हाई स्कूल में पढ़ती है, जो बहुत प्रतिभाशाली है। उनकी बेटी को रियाद में किंग अब्दुलअजीज सेंटर फॉर द गिफ्टेड से भी इनाम मिला है।