राउत के दावे से खलबली
राज्य सभा सदस्य संजय राउत सामना के कार्यकारी संपादक हैं। उन्होंने अपने नाम से प्रकाशित लेख में कहा है कि एकनाथ शिंदे ने शनिवार 22 फरवरी की सुबह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। यह मुलाकात पुणे के कोरेगांव पार्क स्थित ‘वेस्टइन’ होटल में हुई। राउत ने लिखा है कि 57 विधायकों का नेता अमित शाह से मिलने के लिए सुबह चार बजे तक जागता रहा। ‘सरकार में मेरी कोई इज्जत नहीं है, कल तक मैं मुख्यमंत्री था। आज मेरे सारे पैâसले पलट दिए जा रहे हैं’, यह बताने के लिए शिंदे ने सुबह चार बजे अमित शाह से मुलाकात की। राउत ने दावा किया है कि अमित शाह से मुलाकात के बाद जब शिंदे बाहर निकले तो उनका चेहरा उतरा हुआ था। गृहमंत्री अमित शाह और शिंदे के बीच चर्चा हुई और उसमें शिंदे का फडणवीस को लेकर शिकायत का स्वर था। राउत ने सामना में लिखा है कि उस चर्चा का जो ब्यौरा संवाद के तौर पर साझा किया है।
अमित शाह: क्या शिंदे जी, सुबह के चार बज रहे हैं, इतना क्या अर्जेंट है?
शिंदे: आपको सब मालूम है, यहां क्या हो रहा है।
शाह: क्या हो रहा है?
शिंदे: मुझे और मेरे लोगों की घेराबंदी करने की कोशिशें खुलेआम चल रही हैं।
शाह: ऐसा कैसे हो सकता है? मैं देवेंद्र से बात करता हूं।
शिंदे: मुझे दबाने की, खतम करने की पूरी कोशिश हो रही है। आपके भरोसे हम आपके साथ आए। आपका वादा था, चुनाव के बाद भी मैं ही मुख्यमंत्री रहूंगा।
शाह: हमारे 125 लोग चुनकर आए… तो आप वैसा क्लेम कर सकते हो?
शिंदे: मेरे नेतृत्व में चुनाव हुआ।
शाह: नहीं, मोदीजी के चेहरे पर चुनाव हुआ। आपको क्या चाहिए बोलो… मैं कोशिश करूंगा।
शिंदे: मुख्यमंत्री।
शाह: देखो भाई, ये ठीक नहीं है। अभी नहीं हो सकता। पार्टी का ही मुख्यमंत्री होगा।
शिंदे: मैं क्या करूं?
शाह: आप बीजेपी में मर्ज हो जाओ। आपका क्लेम सीएम पद पर तब रहेगा। बाहर का आदमी अब महाराष्ट्र का सीएम नहीं बनेगा। आपका रिस्पेक्ट हमने रखा है।
शिंदे: फिर हमारे पार्टी का क्या?
इस पर ‘वो हमारे पे छोड़ दो। वो पार्टी हमने ही बनाई। आप चिंता मत करो।’ ऐसा शाह ने कहा और सुबह की यह बैठक समाप्त कर दी। राउत ने दावा किया है कि ऐसा बताने वाले बीजेपी के ही लोग हैं।
(नोट: सूत्रों का हवाला देकर सामना में प्रकाशित अमित शाह और एकनाथ शिंदे के बीच बातचीत।)
चाय पार्टी में क्या बोले शिंदे?
राज्य में संजय राउत द्वारा फोड़े गए बम पर जहां सियासत गर्म है तो वहीं दूसरी ओर बजट सत्र से पहले रविवार की शाम को महायुति की तीनों नेताओं ने एक साथ प्रेस कांफेंस की। इस दौरान काफी समय बदल तीनों नेताओं में एक साथ फिर ठहाके लगे थे। शिंदे ने कहा कि फडणवीस और उनके बीच सिर्फ कुर्सी बदली है। इससे ज्यादा कुछ नहीं है। सिर्फ अजित दादा की कुर्सी फिक्स रही। इस पर अजित पवार ने कहा कि आप अपनी कुर्सी फिक्स नहीं कर पाए। तो खूब ठहाके लगे। इस व्यंग्य पर फडणवीस ने कहा कि यह कुर्सी रोटेशन वाली है। महाराष्ट्र में शिंदे और फडणवीस के बीच कोल्ड वॉर होने की अटकलें काफी समय से चल रही है। फडणवीस ने इसका खंडन किया है। राजनीतिक विश्लेषक संजय राउत के दावे पर हैरत में हैं। उनका कहना है कि राउत यह दावा उस नैरेटिव को सेट करने का हिस्सा हो सकता है ताकि शिवसेना यूबीटी और न टूटे, क्यों राज्य में लगातार शिवसेना यूबीटी को झटके लग रहे हैं।