कारोबारी संजय कपूर की मौत के बाद शुरू हुए सोना कॉमस्टार विवाद ने नाटकीय रूप ले लिया है। संजय कपूर की मां रानी कपूर ने अपने बेटे की रहस्यमयी मौत की ब्रिटेन सरकार से जांच करने की अपील की है। खबरों के अनुसार, संजय की मां और सोना कॉमस्टार की पूर्व अध्यक्ष रानी कपूर ने औपचारिक रूप से ब्रिटिश अधिकारियों से संपर्क किया है और लंदन में अपने बेटे की मौत से जुड़ी अस्पष्ट परिस्थितियों की व्यापक जांच की मांग की है।
मामले से जुड़े सूत्रों ने पुष्टि की है कि ब्रिटिश अधिकारियों के समक्ष एक आधिकारिक आपराधिक शिकायत दर्ज की गई है। रानी कपूर की ओर से दर्ज कराई गई इस शिकायत में संजय कपूर की आकस्मिक मृत्यु की प्रकृति पर सवाल उठाया गया है, और इसे ‘रहस्यमय परिस्थितियों’ का हवाला दिया गया है। इस मामले में ब्रिटिश कानून प्रवर्तन एजेंसियों से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की गई है।
परिवार से जुड़े के एक करीबी व्यक्ति ने कहा, “संजय की मौत से संबंधित घटनाक्रम बेहद चिंताजनक हैं।” उन्होंने कहा कि ब्रिटिश अधिकारियों से इस मामले में तत्काल और विस्तृत कार्रवाई की मांग की गई है। एक सूत्र ने पुष्टि की कि अमेरिका के अधिकारी पहले से ही स्थिति पर नजर रख रहे हैं, क्योंकि संजय कपूर एक अमेरिकी नागरिक थे।
रानी कपूर ने अपने बेटे की मौत के बाद एक इंटरव्यू में पहली बार सार्वजनिक रूप से अपनी चुप्पी तोड़ी थी और अपनी पीड़ा व्यक्त की थी। उन्होंने अपने दिवंगत पति के साथ मिलकर स्थापित कंपनी (सोना कॉमस्टार) के भविष्य पर भी चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कांपती आवाज में कहा, “मुझे अभी भी नहीं पता कि मेरे बेटे का क्या हुआ। अब मैं बूढ़ी हो गई हूं। जाने से पहले मुझे कुछ सुकून चाहिए।”
दूसरी ओर, सोना कॉमस्टार ने दावा किया कि 2019 के बाद से रानी कपूर का कंपनीसे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई संबंध नहीं रहा है।लेकिन उनके बयान इस बात का खंडन करते प्रतीत होते हैं। विवाद तब और बढ़ गया जब समूह की सूचीबद्ध शाखा, सोना बीएलडब्ल्यू प्रिसिजन फोर्जिंग्स लिमिटेड ने तीखा खंडन जारी किया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को दी गई नियामकीय सूचना में, कंपनी ने रानी कपूर के दावों को ‘निराधार’ और ‘कानूनी रूप से अपुष्ट’ बताते हुए खारिज कर दिया और दोहराया कि उनके पास संगठन में कोई पद या अधिकार नहीं है।
इससे पहले, रानी कपूर ने कथित तौर पर बोर्ड को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि उनके बेटे की मृत्यु के तुरंत बाद उन्हें बंद दरवाजों के पीछे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया था, जिसे उन्होंने ‘बेहद संदिग्ध’ बताया। उन्होंने आगे दावा किया कि उन्हें अपने ही बैंक खातों तक पहुंच से वंचित कर दिया गया और उन्हें आर्थिक रूप से कुछ लोगों पर निर्भर छोड़ दिया गया।
उनके अनुसार, बोर्ड में कपूर परिवार का प्रतिनिधित्व करने के लिए किसी को भी अधिकृत नहीं किया गया था। वार्षिक आम बैठक स्थगित करने के उनके अनुरोध के बावजूद, कंपनी ने इसे निर्धारित समय पर ही आयोजित किया। उनके आरोपों के जवाब में, सोना कॉमस्टार ने रानी कपूर को एक कानूनी नोटिस भेजा है। नोटिस में उनसे कंपनी की ओर से ‘झूठी और नुकसान पहुंचाने वाली’ जानकारी फैलाने से रोकने की मांग की गई है। नोटिस में कुप्रबंधन और दबाव के उनके आरोपों का पुरजोर खंडन करते हुए उन्हें ‘दुर्भावनापूर्ण, झूठा, गलत और अपुष्ट’ बताया गया है।