आरबीआई के अनुसार, 9 मई, 2025 को होने वाले फाइनल रिडेम्पशन की कीमत 9,486 रुपये प्रति यूनिट होगी। 10, 11 और 12 मई को छुट्टी होने के कारण यह तारीख चुनी गई है। यह कीमत 28 अप्रैल, 2025 से 2 मई, 2025 के बीच सोने की औसत कीमत के आधार पर तय की गई है। 1 मई को छुट्टी थी। फाइनल रिडेम्पशन की कीमत इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड की ओर से पब्लिश 999 शुद्धता वाले सोने की पिछली सप्ताह के तीन कार्य दिवसों की औसत कीमत के आधार पर तय की जाती है।
मई 2017 में एसजीबी 2017-18 सीरीज I की इश्यू कीमत 2,951 रुपये प्रति ग्राम थी। ऑनलाइन खरीदारी करने वाले निवेशकों को 50 रुपये की छूट मिली थी। उनके लिए इश्यू प्राइस 2,901 रुपये (2951-50 = 2901 रुपये) था।
SGB सीरीज वन में निवेशकों को कितना फायदा हुआ?
12 मई, 2017 को जारी किए गए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) 2017-18 सीरीज I की इश्यू कीमत 2,951 रुपये प्रति ग्राम थी। RBI के अनुसार, फाइनल रिडेम्पशन की कीमत 9,486 रुपये है। एसजीबी 9 मई, 2025 को रिडीम होगा। इस तरह निवेशकों को आठ सालों में 221% का रिटर्न मिला है। इसमें ब्याज शामिल नहीं है। निवेशकों को उनके गोल्ड बॉन्ड पर सालाना 2.5% का ब्याज भी मिला है।
एसजीबी पर मिलने वाली मैच्योरिटी की रकम टैक्स-फ्री होती है। मान लीजिए कि आपने 2,951 रुपये की इश्यू कीमत के हिसाब से 50 ग्राम सोना खरीदने के लिए 1,47,550 रुपये का निवेश किया। मैच्योरिटी पर आपको 9,486 रुपये की फाइनल कीमत के हिसाब से 4,74,300 रुपये मिलेंगे। इस तरह आपको 3,26,750 रुपये का टैक्स-फ्री फायदा होगा।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड क्या होते हैं?
आरबीआई भारत सरकार की ओर से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) जारी करता है। ये बॉन्ड सोने के ग्राम में होते हैं और फिजिकल गोल्ड रखने के बजाय एक विकल्प प्रदान करते हैं। इन पर समय-समय पर ब्याज भी मिलता है।
एसजीबी में निवेश करने के क्या खतरे हैं?
अगर बाजार में सोने की कीमत गिरती है तो कैपिटल लॉस का खतरा हो सकता है। हालांकि, निवेशक को सोने की यूनिट्स के मामले में कोई नुकसान नहीं होता है।
एसजीबी में कौन निवेश कर सकता है?
भारत में रहने वाले लोग एसजीबी में निवेश कर सकते हैं। इन्हें विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 के तहत परिभाषित किया गया है। इनमें व्यक्ति, HUF, ट्रस्ट, विश्वविद्यालय और चैरिटेबल संस्थान शामिल हैं। अगर किसी व्यक्ति की आवासीय स्थिति बदल जाती है और वह निवासी से गैर-निवासी हो जाता है तो भी वह SGB को रिडेम्पशन/मैच्योरिटी तक रख सकता है।
क्या संयुक्त होल्डिंग की अनुमति है?
हां, संयुक्त होल्डिंग की अनुमति है।
क्या नाबालिग SGB में निवेश कर सकता है?
हां। नाबालिग की ओर से आवेदन उसके अभिभावक की ओरसे किया जाना चाहिए।
एसजीबी के बारे में कुछ और बातें
– SGB को डीमैट खाते में रखा जा सकता है।
– SGB को लोन के लिए कोलेटरल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
– SGB को स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेड किया जा सकता है।
RBI समय-समय पर SGB जारी करता रहता है। आप RBI की वेबसाइट पर SGB के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
एसजीबी के फायदे
– सुरक्षित निवेश
– ब्याज मिलता है
– टैक्स-फ्री मैच्योरिटी
– डीमैट खाते में रखा जा सकता है
– लोन के लिए कोलेटरल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है
– स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेड किया जा सकता है
एसजीबी के नुकसान
– कैपिटल लॉस का खतरा
– लिक्विडिटी कम हो सकती है