श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर मंगलवार को गुरुद्वारा छठी पातशाही में भव्य आयोजन हुआ। इस दौरान शबद कीर्तन गूंजते रहे। देर रात तक लंगर चला। यहां पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत मान और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी पहुंचे।
श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी शताब्दी के अवसर पर गुरुद्वारा साहिब छठी पातशाही, श्रीनगर में आयोजित पावन कीर्तन दरबार में शामिल होने का सौभाग्य मिला। pic.twitter.com/0Sl5uoBo0Y
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 18, 2025
मंगलवार शाम से कार्यक्रम शुरू होने के बाद श्रीनगर के मशहूर रागी हरजिंदर सिंह ने संगत को निहाल किया। इस दौरान किताबों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। देर रात तक चले लंगर में काफी संख्या में लोग उमड़े। वहीं शहीदी दिवस पर श्री आनंदपुर साहिब में होने वाले आयोजन का न्योता देने अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान भी पहुंचे। वह बुधवार सुबह यहां से रवाना होने वाले नगर कीर्तन का शुभारंभ भी करेंगे।
श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी शताब्दी के अवसर पर गुरुद्वारा साहिब छठी पातशाही, श्रीनगर में आयोजित पावन कीर्तन दरबार में शामिल होने का सौभाग्य मिला। पहली बार इस पवित्र स्थान के दर्शन कर खुद को बेहद धन्य महसूस कर रहा हूँ।
‘हिंद की चादर’ श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत… pic.twitter.com/EZkTNJBGW1— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 18, 2025
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी दिवस पर पंजाब सरकार आनंदपुर साहिब में कई बड़े कार्यक्रम करा रही है। मैं पूरी दुनिया के लोगों को आमंत्रित करता हूं कि वह ज्यादा से ज्यादा संख्या में आएं और गुरु साहिब के सर्वोच्च बलिदान को नमन करें। मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं कि इस पवित्र जगह आने का मौका मिला। कल जो यहां से आनंदपुर साहिब के लिए धार्मिक यात्रा जा रही है उसके शुभारंभ के लिए मैं यहां आया हूं। इसके लिए मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं और सभी को आमंत्रण देता हूं कि वह आनंदपुर साहिब पधारें।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आज श्रीनगर में गुरुद्वारा साहिब में कीर्तन चल रहे हैं। कल नगर कीर्तन के रूप में जत्था आनंदपुर साहिब के लिए रवाना होगा। इसमें कश्मीरी पंडित शामिल होंगे। गुरु से धर्म की बात कहने जब कश्मीरी पंडित चले थे, उस को दोहराना है। यह जत्था जम्मू, पठानकोट, होशियारपुर होते हुए श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगा। ऐसे ही तीन अन्य जत्थे अमृतसर व अन्य जगहों से आनंदपुर साहिब पहुंचेंगे। यहां ऐतिहासिक समागम होगा।