पीटीआई, नई दिल्ली। सरकार ने भारतीय वायुसेना के लिए लगभग 85 हजार करोड़ रुपये की लागत से 97 हल्के लड़ाकू विमान तेजस लड़ाकू जेट और छह उन्नत हवाई पूर्व चेतावनी और नियंत्रण (एईडब्ल्यू एंड सी) विमानों की प्रस्तावित खरीद को मंजूरी दे दी है।
परियोजना के लिए लगभग 18,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) ने दोनों खरीद परियोजनाओं को हरी झंडी दे दी है। बताया जा रहा है कि तेजस जेट लगभग 67,000 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे जाएंगे, जबकि एईडब्ल्यू एंड सी परियोजना के लिए लगभग 18,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
उन्नत तकनीक से होंगे लैस
रक्षा मंत्रालय द्वारा एअर इंडिया से पहले खरीदे गए सेकेंड हैंड एयरबस-321 विमानों का इस्तेमाल एईडब्ल्यू एंड सी परियोजना के लिए किया जाएगा, जिसका उद्देश्य भारतीय वायुसेना की निगरानी और सिग्नल इंटेलिजेंस प्रणालियों को बेहतर बनाना है।
97 हल्के लड़ाकू विमान तेजस (एमके-1ए) की खरीद रक्षा मंत्रालय द्वारा स्वदेश निर्मित इस जेट से जुड़े एक अन्य सौदे के लगभग चार साल बाद हुई है।
रक्षा मंत्रालय लगातार फाइटर जेट की कर रहा खरीददारी
फरवरी 2021 में रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस एमके-1ए जेट विमानों की खरीद के लिए एचएएल के साथ 48,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था। एकल इंजन वाला एमके-1ए भारतीय वायुसेना के मिग-21 लड़ाकू विमानों की जगह लेगा।