जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने पर्यटकों के बीच डर और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रेटर नोएडा से कश्मीर जाने वाले सैलानी अब अपने टूर प्लान को या तो स्थगित कर रहे हैं या पूरी तरह रद्द कर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा और नोएडा वेस्ट से बड़ी संख्या में लोग ईद और वीकेंड के मौके पर कश्मीर की ओर रवाना होने वाले थे, लेकिन अब हालात को देखते हुए ज्यादातर लोगों ने अपनी यात्राएं टाल दी हैं।
फ्लीटवेस ट्रांसपोर्ट सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के संचालक योगेश वर्मा ने बताया कि मंगलवार को आतंकी हमले के बाद से फोन की बाढ़ आ गई है। उन्होंने कहा कि जिन यात्रियों ने पहले ही हमारी टूरिस्ट बसें और वाहन बुक कर लिए थे। अब वह यात्रा स्थगित कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि जैसे ही हालात सामान्य होंगे तब यात्रा पर जाएंगे।
योगेश वर्मा के मुताबिक बुधवार और गुरुवार को कश्मीर के लिए जाने वाले लगभग सभी यात्रियों ने अपनी बुकिंग फिलहाल रोक दी है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासी एक निवासी का कहना है कि वह और उनका परिवार हाल ही में पहलगाम से लौटे हैं। उन्होंने बताया हम कुछ दिन पहले ही कश्मीर घूमकर आए हैं। तब माहौल पूरी तरह सामान्य था। वहां के लोग काफी सहयोगी थे।
अचानक इतना बड़ा हमला बेहद दुखद और निंदनीय है। हम समझ सकते हैं कि अब लोग वहां जाने से क्यों डर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की निवासी आरती ने बताया कि उनका परिवार कश्मीर जाने वाला था, लेकिन अब वह शिमला या मनाली जैसे किसी वैकल्पिक गंतव्य पर विचार कर रहे हैं। बता दे कि कश्मीर पर्यटन के लिए गर्मियों का समय सबसे अनुकूल माना जाता है। लंबे वीकेंड और छुट्टियों की वजह से कई परिवार पहले से ही टूर की योजना बनाते हैं।
लेकिन हमले के बाद यह माहौल पूरी तरह बदल गया है। जानकारी के अनुसार, पहलगाम में हुए इस हमले में आतंकियों ने 27 लोगों को निशाना बनाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमले के समय सैलानी वहां घुड़सवारी कर रहे थे। इसी दौरान आतंकियों ने पंजाबी में सैलानियों से उनका मजहब पूछा और फिर पहचान के बाद गोलियां चलाईं। इस निर्मम हमले में कई लोग मारे गए और घायल भी हुए। घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश है और सोशल मीडिया पर भी इस घटना की कड़ी निंदा की जा रही है।
पर्यटन पर पड़ेगा असर
पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के मुताबिक इस तरह के आतंकी हमलों का सीधा असर टूरिज्म पर पड़ेगा। लोग सुरक्षा को सबसे पहले प्राथमिकता देते हैं। जब तक माहौल पूरी तरह शांत नहीं होता, लोग जोखिम नहीं लेना चाहते। कश्मीर प्रशासन और केंद्र सरकार द्वारा स्थिति पर काबू पाने की कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन तब तक पर्यटकों की हिचकिचाहट बनी रहना तय है।
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हालांकि टूर ऑपरेटरों को भी यह भी उम्मीद है कि आने वाले दिनों में जल्द हालात सामान्य होंगे और सैलानी एक बार फिर कश्मीर की वादियों की ओर रुख करेंगे। वहीं कुछ महीने बाद अमरनाथ यात्रा भी शुरू होनी है। इसके लिए जिले से जाने वाले लोग रजिस्ट्रेशन के साथ मेडिकल जांच करा रहे हैं।