दरअसल, तिरुपति के लड्डू बनाने में पशुओं की चर्बी के इस्तेमाल के आरोप लगे थे। इन आरोपों की जांच के लिए पिछले साल नवंबर में सुप्रीम कोर्ट ने एक स्वतंत्र एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए थे। इस निर्देश पर सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) ने एक समिति गठित की थी।
एसआईटी के ये सदस्य कर रहे जांच
तिरूपति मंदिर मामले की जांच के लिए एसआईटी की पांच सदस्यीय टीम बनाई गई है। इसमें सीबीआई अधिकारी, आंध्र प्रदेश पुलिस के जवान और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के एक पदाधिकारी शामिल हैं।
ग्वालियर के व्यापारी को दिया नोटिस
ग्वालियर के सीएसपी रॉबिन जैन ने कहा कि एसआईटी के कुछ सदस्य हाल ही में ग्वालियर जिले में आए हुए थे। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले के तार दाल बाजार के व्यापारी से जुड़े होने का पता लगाया और नोटिस देने में हमारी मदद ली। एसआईटी इस संबंध में आगे की कार्रवाई करेगी।
एसआईटी की जांच से हड़कंप
दक्षिण से आई सीबीआई की एसआईटी टीम ग्वालियर में छान बीन कर रही है। इसमें 3 ट्रेडर्स के नाम है। जिनसे पूछताछ करने के लिए वारंट लेकर दाल बाजार के मैना वाली गली में घूमती रही। लेकिन सभी व्यापारियों की दुकानें बंद मिली। एसआईटी ने नोटिस देकर तलब किया है। इसमें सीपी ट्रेडिंग कंपनी के नितिन अग्रवाल, मोहित अग्रवाल, अजीत कुमार और राकेश कुमार शामिल हैं।