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बात शनिवार की है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राज्यों में चुने गए गवर्नरों को संबोधित कर रहे थे.
इस संबोधन के दौरान उन्होंने ईवीएम और पेपर बैलट पर टिप्पणी की जिसे लेकर भारत में भी चर्चा हो रही है.
ट्रंप ने कहा था, “एलन मस्क ने मुझसे कहा था कि मशीनें वोटिंग के लिए नहीं बनी है. वो इसके लिए सही नहीं है. इसके अलावा एमआईटी के एक प्रोफ़ेसर ने भी कहा था कि चुनाव के लिए पेपर बैलट ही सही हैं.”
भारत की सोशल मीडिया पर उनके संबोधन का वीडियो शेयर किया जा रहा है. कई लोग ट्रंप के वीडियो का हवाला देकर कह रहे हैं कि ईवीएम पर भरोसा नहीं करना चाहिए.
डोनाल्ड ट्रंप के एक घंटे 13 मिनट के इस संबोधन से लिया गया 44 सेकंड का वीडियो भारतीय सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रहा है.
अपने संबोधन के 51वें मिनट में ट्रंप पेपर बैलट और एक दिन में ही मतों की गिनती के बारे में कहते हैं, “अगर सेफ्टी और सिक्योरिटी और हमारे राष्ट्र की भलाई की बात हो तो, चाहे इसके लिए आपको कितनी भी कीमत चुकानी पड़े, भले ही यह 10 गुना अधिक हो, लेकिन वास्तव में आपकी लागत इसका एक छोटा सा हिस्सा होता है.”
“आपको पेपर बैलट कराना चाहिए. ईवीएम एक व्यवसाय है.”
पेपर से वोटिंग के बारे में उन्होंने कहा, “ये अच्छा है, इसे कॉपी नहीं किया जा सकता, इससे चीटिंग नहीं हो सकती. ये बेहद जटिल पेपर होते हैं, जिनपर वॉटरमार्क होता है.”
इसके बाद वो कहते हैं, “मैंने एलन मस्क से इस बारे में पूछा, वो कंप्यूटर्स के मामले में अधिक जानते हैं. मैंने उनसे पूछा कि आप वोटिंग सिस्टम के बारे में क्या सोचते हैं. उन्होंने कहा कि कंप्यूटर्स वोटिंग के लिए नहीं बने हैं. वो सही नहीं हैं. काफी ज़्यादा ट्रांजेक्शन बहुत तेज़ी से होते हैं और बहुत जल्दी होते हैं.”
“मैंने कंप्यूटर्स की दुनिया में बेहतरीन माने जाने वाले लोगों से बात की. मेरे एक अंकल 41 सालों से एमआईटी (मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी) में प्रोफ़ेसर हैं, वो बेहतरीन हैं. मैं वहां और भी लोगों को जानता हूं. वो लोग आपको बताएंगे कि चुनावों का सबसे सुरक्षित तरीका, और शायद सबसे तेज़ तरीका पेपर बैलट हैं. वो गड़बड़ी नहीं करते.”
मोदी-ट्रंप साझा प्रेस वार्ता में भी किया था ज़िक्र
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इससे कुछ दिन पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान हुई साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने पेपर बैलट का समर्थन किया था.
2020 के अमेरिकी चुनावों और पिछले साल भारत में हुए चुनावों में किसी तरह के हस्तक्षेप की संभावना के बारे में एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा था कि चुनाव के लिए पेपर बैलेट सही हैं.
उन्होंने कहा था, हम अब एक बहुत अलग प्रणाली की ओर बढ़ रहे हैं, एक दिन का मतदान और पेपर बैलट, हम पेपर बैलट चाहते हैं.
कांग्रेस से जुड़े कई कार्यकर्ताओं के एक्स हैंडल ट्रंप के वीडियो का वो हिस्सा शेयर कर रहे हैं जिसमें वो कहते हैं कि उन्होंने ईवीएम के बारे में एलन मस्क और कुछ जानकारों से बात की, उन्होंने बताया कि इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता.
लेकिन बीजेपी से जुड़े एक्स हैंडल्स पर इस पर किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं दिख रही.
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसे ट्वीट करते हुए लिखा, “क्या प्रधानमंत्री मोदी बैलट पेपर और उसी दिन मतदान पर अपने सबसे अच्छे दोस्त डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर ध्यान देंगे. क्या वो हमारी चुनावी प्रक्रिया की अखंडता के बारे में पूरे देश की चिंताओं को संबोधित करेंगे?”
साथ ही उन्होंने लिखा, “मुझे यकीन है कि उनके सबसे अच्छे दोस्त (ट्रंप) भी महाराष्ट्र में लाखों मतदाताओं की असामान्य वृद्धि, या विपक्षी वोटों के डिलीट होने पर चकित होंगे.”
“ये दुख की बात है कि बीजेपी इस बात को लेकर अनजान बन रही है कि चुनावी प्रणाली में गंभीर रूप से हेरफेर की जा सकती है. पारदर्शिता से दूर भागने का उनका रवैया केवल उनके गलत व्यवहार के बारे में हमारे शक़ की पुष्टि कर रहा है.”
वहीं जानेमाने वकील प्रशांत भूषण ने भी ये वीडियो ट्वीट किया है. साथ ही उन्होंने लिखा है, “बीजेपी और मोदी के हीरो ट्रंप ने कहा है कि ईवीएम भरोसेमंद नहीं हैं, ईमानदारी से वोटिंग के लिए पेपर बैलट ही सही है.”
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पोस्ट Twitter समाप्त
मुंंबई कांग्रेस ने लिखा, “ट्रंप ने बताया कि मैंने एलन मस्क से इस बारे में पूछा था. एलन मस्क ने साफ कहा, कंप्यूटर वोटिंग के लिए नहीं है. मैंने कंप्यूटर को समझने वाले सबसे अच्छे लोगों से बात की, सबने बताया कि चुनाव का सबसे सुरक्षित तरीका बैलेट पेपर है.”
उत्तराखंड युवा कांग्रेस ने भी इस पर टिप्पणी की है. अपने एक्स हैंडल पर उसने दावा किया है कि “ट्रंप ने मोदी की मौजूदगी में भी ईवीएम को गैर भरोसेमंद बताते हुए भारत में हुए चुनाव पर सवाल खड़े किए थे. कांग्रेस ये मुद्दा पहले भी उठाती रही है.”
पंजाब कांग्रेस की मीडिया शाखा से दलबीर सिंह रंधावा लिखते हैं, “‘ट्रंप ने कहा कि मैंने कंप्यूटर को समझने वाले सबसे अच्छे लोगों से बात की, सबने बताया कि चुनाव का सबसे सुरक्षित तरीका बैलेट पेपर है.”
कांग्रेस के राष्ट्रीय संयोजक नितिन अग्रवाल ने भी इस वीडियो को ट्वीट किया है. वहीं युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे बीवी श्रीनिवास ने तंज कसते हुए लिखा है, “ईवीएम पर भरोसा नहीं है?”
समाजवादी पार्टी से आज़मगढ़ से विधायक रहे आईपी सिंह ने भी ये वीडियो शेयर किया है.
उन्होंने लिखा, “मोदी जी के परम मित्र डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से कहा है कि चुनाव (वोटिंग) के लिये ईवीएम पर बिल्कुल भरोसा नहीं है. यह बात हमारे PM मोदीजी को क्यों नहीं समझ में आती.”
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विपक्ष कई बार ईवीएम पर संदेह जता चुकी है. हालांकि चुनाव आयोग ने इस बारे में कहा था कि अब तक कोई ये साबित नहीं कर सका है कि ईवीएम के साथ कुछ गड़बड़ी है.
चुनाव आयोग ने बार-बार कहा है कि ईवीएम पेपर बैलट यानी मतपत्रों की तुलना में सटीक भी होती है, क्योंकि इसमें ग़लत या अस्पष्ट वोट डालने की संभावना ख़त्म हो जाती है.
भारत में ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच चुका है. बीते साल इस मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने बैलेट पेपर से चुनाव करवाने और वीवीपैट के साथ 100 फ़ीसदी मिलान करने की याचिका को ख़ारिज किया था.
कोर्ट ने कहा था, लोकतंत्र सामंजस्य बनाए रखने के लिए होता है और आंख मूंदकर चुनाव की प्रक्रिया पर भरोसा ना करने से बिना कारण शक पैदा हो सकता है.
वहीं एलन मस्क की बात की जाए वो पहले भी कह चुके हैं कि हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को ख़त्म कर देना चाहिए.
बीते साल अमेरिका में चल रहे चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने चुनावों में बतौर स्वतंत्र उम्मीदवार उतर रहे रॉबर्ट एफ़ केनेडी जूनियर का एक ट्वीट रीट्वीट किया और लिखा, “इंसान या आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के ज़रिए इनके हैक होने का भले ही कम, लेकिन बड़ा जोखिम है.”
इसका जवाब पिछली सरकार में आईटी मंत्री रहे राजीव चंद्रशेखर ने दिया था. उन्होंने मस्क की टिप्पणी का जवाब देते हुए लिखा, “ये चीजों का सामान्यीकरण करने वाला बयान है, जिसका मतलब है कि कोई भी सुरक्षित डिजिटल हार्डवेयर नहीं बना सकता. ये ग़लत है.”
उन्होंने समझाते हुए कहा था कि “भारतीय ईवीएम मशीनें अलग हैं, ये कस्टम डिज़ाइन्ड होती हैं. ये सुरक्षित हैं और किसी नेटवर्क या मीडिया से कनेक्टेड नहीं होतीं. इसलिए इन्हें हैक करने का कोई रास्ता नहीं है.”
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़ रूम की ओर से प्रकाशित