यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेन में शांति के लिए वो राष्ट्रपति पद छोड़ने के लिए तैयार हैं. साथ ही उन्होंने कहा है कि वो अमेरिका के साथ यूक्रेन के संसाधनों को लेकर समझौते के लिए चर्चा करने के लिए भी तैयार हैं.
रविवार को ईयर 2025 फ़ोरम में राजधानी कीएव में संवाददाताओं से बात करते हुए ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन को यूरोप और अमेरिका दोनों का ही समर्थन चाहिए. उन्होंने इन दौरान यूक्रेन की नेटो सदस्यता और राष्ट्रपति बने रहने के सवालों का उत्तर दिया.
सोमवार से यूरोपीय मुल्कों के नेताओं की बैठक यूक्रेन में होने वाली है. इसके बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वहां कुछ मुश्किल फ़ैसले लिए जाने हैं.
उन्होंने कहा, “वहां नेता आने वाले साल के लिए बल्कि हफ्तों के लिए अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे. साथ ही वो यूक्रेन की सुरक्षा गारंटियों पर भी बात करेंगे.”
बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वो रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने को लेकर रूस के साथ सऊदी अरब में चर्चा करेंगे.
बातचीत की तारीखों का अब तक ऐलान नहीं किया गया है लेकिन इसके लिए अमेरिका की तरफ से अब तक यूक्रेन को आमंत्रित नहीं किया गया है.
ज़ेलेंस्की कह चुके हैं कि जंग रोकने को लेकर होने वाली किसी भी चर्चा में यूक्रेन को शामिल करना ज़रूरी है.
उनके अलावा कई यूरोपीय देश भी कह चुके हैं कि इस तरह की बातचीत में यूक्रेन के साथ-साथ यूरोप को भी शामिल किया जाना चाहिए.
ज़ेलेंस्की का ये भी कहा है कि उनकी चिंता सुरक्षा गारंटियों को लेकर है.
वो चाहते हैं कि इस बात की गारंटी दी जाए कि समझौते के बाद रूस यूक्रेन पर भविष्य में हमला नहीं करेगा.
वहीं सोमवार को होने वाली यूरोपीय मुल्कों की बैठक के बारे में उन्होंने कहा कि अगर यूरोपीय मुल्कों में मतभेद दिखा तो “ये एक नाखुश परिवार की तरह दिखेगा.”
उन्होंने कहा, “ये युद्ध है, बच्चों का खेल नहीं. हमें पार्टनरशिप की ज़रूरत है, हमें मदद की ज़रूरत है लेकिन हम अपनी आज़ादी नहीं खो सकते और हम अपना सम्मान नहीं खो सकते.”
‘छोड़ूंगा राष्ट्रपति पद, बशर्ते…’
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इमेज कैप्शन, बीते दिनों रूस और यूक्रेन के लिए अमेरिका के विशेष दूत कीथ केलॉग यूक्रेन के दौरे पर गए थे
रूस-यूक्रेन जंग को लेकर शांति वार्ता के मुद्दे पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बार-बार कहते रहे हैं कि यूक्रेन की तरफ से वो किसी ऐसे प्रतिनिधि से बात करना चाहते हैं जो इसके लिए अधिकृत हो.
उनका कहना है कि राष्ट्रपति के तौर पर ज़ेलेंस्की का कार्यकाल पूरा हो चुका है, उनकी जगह नया चुना नेता होना चाहिए, जो बातचीत में हिस्सा ले.
अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद से डोनाल्ड ट्रंप ने यही बात दोहराई है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में अब तक चुनाव हो जाने चाहिए थे लेकिन युद्ध के कारण नहीं हो सके.
इस संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ज़ेलेंस्की ने कहा, “मैं खुशी से राष्ट्रपति पद छोड़ने के लिए तैयार हूं, अगर ये यूक्रेन की शांति के लिए है या फिर नेटो की सदस्यता के लिए.”
उन्होंने कहा, “अगर आप चाहते हैं कि मैं पद छोड़ दूं, तो मैं इसके लिए तैयार हूं लेकिन इसका मतलब ये है कि हमें शांति मिले और सुरक्षा गारंटी के तौर पर हमें नेटो की सदस्यता मिले. अगर हमारी शर्तें पूरी हो तो मैं तुरंत पद छोड़ दूंगा.”
“मेरा ध्यान आज के वक्त की यूक्रेन की सुरक्षा नहीं है, और न ही आने वाले बीस सालों के लिए. मैं दशकों तक सत्ता में नहीं रहूंगा. इसलिए मेरा फोकस सुरक्षा है और यही मेरा सपना है.”
उन्होंने बाइडन और ट्रंप दोनों का शुक्रिया किया और कहा कि वो चाहते हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप से यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी मिले.
उन्होंने कहा कि उन्होंने ट्रंप से यूक्रेन आने की गुज़ारिश की थी.
उन्होंने कहा, “मैं ऐसा चाहता था लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा हो नहीं सका है. शायद वो यहां आएं या फिर मैं वॉशिगटन जाऊं और ये फायदेमंद होगा.”
खनिज संसाधनों को लेकर क्या बोले?
बीते दिनों ट्रंप और यूक्रेन के दौरे पर गए रूस और यूक्रेन के लिए अमेरिका के विशेष दूत कीथ केलॉग ने कहा था कि यूक्रेन को अमेरिका के साथ यूक्रेन के खनिज संसाधनों को लेकर समझौता करना चाहिए.
ट्रंप का कहना था कि रूस के ख़िलाफ़ युद्ध में यूक्रेन को जितनी मदद अमेरिका ने दी है, उतने का समझौता होना चाहिए.
ज़ेलेंस्की अब तक इससे इनकार करते रहे हैं, लेकिन इससे जुड़े एक सवाल के उत्तर में ज़ेलेंस्की ने कहा, “खनिजों को लेकर हम अमेरिका से बातचीत के लिए तैयार हैं.”
उन्होंने कहा “हम उनके साथ खनिज संसाधन बांटने को तैयार हैं” लेकिन अमेरिका को “पुतिन को युद्ध रोकने” के लिए राज़ी करना चाहिए.
सैन्य मदद पर क्या कहा?
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इमेज कैप्शन, बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ़ोन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से बात की थी
ज़ेलेंस्की से एक सवाल ये पूछा गया कि अगर अमेरिका यूक्रेन को सैन्य मदद नहीं देता तो क्या यूरोपीय संघ से मिल रही सैन्य मदद उसकी रक्षा के लिए काफी होगी.
इसके जनाब में ज़ेलेंस्की ने कहा “अमेरिका की मदद केवल आर्थिक रूप में नहीं है बल्कि पाबंदियों की शक्ल में भी हैं जो बेहद महत्वपूर्ण हैं”
उन्होंने कहा कि कुछ तरह के हथियार हैं जिसके लिए लाइसेंस केवल अमेरिका के पास है, यूरोप उन्हें इस तरह के अधिक हथियार दे सकता है लेकिन उसका लाइसेंस अमेरिका के पास होता है.
एक सवाल उनसे ये भी किया गया कि ट्रंप ने हाल में उन्हें तानाशाह कहा था.
इसके उत्तर में ज़ेलेंस्की ने कहा, “मैं ये नहीं कहूंगा कि ये कॉम्प्लीमेंट था. मुझे इसका बुरा नहीं लगा, अगर कोई तानाशाह होता तो उसे बुरा लगता.”
जंग को हुए तीन साल
वीडियो कैप्शन, यूक्रेन और अमेरिका में बढ़ता अविश्वास
24 फरवरी को रूस यूक्रेन जंग के तीन साल पूरे हो रहे हैं.
इस मौक़े पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि युद्ध रुकने और न्यायपूर्ण और स्थाई शांति की ज़रूरत है.
उन्होंने कहा कि युद्ध रोकने को लेकर जो भी समझौता हो उसमें यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का ध्यान रखा जाए.
इससे पहले शनिवार को रूस ने यूक्रेन पर बीते तीन सालों में अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया है.
यूक्रेन की आपात सेवाओं के अनुसार इस हमले में यूक्रेन के 13 इलाकों को निशाना बनाया गया है.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित