भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बढ़ते स्वरूप को देखते हुए केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने शनिवार रात को पाकिस्तान से सटे राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना था। सूत्रों के अनुसार, गृह सचिव ने सभी मुख्य सचिवों से कहा कि वे सतर्क रहें और अपने-अपने राज्यों में सिविल डिफेंस व्यवस्था को सक्रिय करें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सीमा पार से कोई फायरिंग या हमला होता है, तो उससे निपटने के लिए पूरी तैयारी रखें।
पाकिस्तान ने तोड़ा समझौता
बता दें कि यह बैठक ऐसे समय हुई है जब पाकिस्तान ने शनिवार को ही दोनों देशों के बीच हुई सीमा पर गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने की आपसी सहमति का उल्लंघन कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में गोलीबारी की खबरें सामने आई हैं। केंद्र सरकार ने हालात को देखते हुए सीमावर्ती राज्यों को अलर्ट पर रहने को कहा है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारी तेज कर दी गई है।
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विदेश सचिव ने दी थी जानकारी
संघर्ष विराम के उल्लंघन को लेकर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रही कार्रवाई को रोकने का समझौता शनिवार शाम हुआ था। पिछले कुछ घंटों से इस समझौते का पाकिस्तान की ओर से घोर उल्लंघन हो रहा है। भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है और इस सीमा अतिक्रमण से निपट रही है।
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संघर्ष विराम की हुई थी घोषणा
गौरतलब है कि इससे पहले भारत पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की पुष्टि विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने की थी। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा था कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) ने शनिवार दोपहर 3:35 बजे भारतीय डीजीएमओ को फोन किया। उनके बीच यह सहमति बनी कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार 1700 बजे से ज़मीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे।