अखिलेश यादव ने कहा कि पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) के प्रति भाजपा की जो नफरत है, उसे हमने उजागर किया। मैं विपक्ष में होने का कर्तव्य निभा रहा हूं। पीडीए के साथ जो भेदभाव हो रहा है, उसको खत्म करने के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। सरकार अपनी गलती नहीं सुधार रही है। इसके बजाय उसने एक अधिकारी को यह दावा करने के लिए आगे बढ़ाया है कि हम गलत डेटा पेश कर रहे हैं। सरकार खुद आगे क्यों नहीं आ रही है?
उन्होंने राज्य सरकार पर पुलिस पदस्थापन डेटा में हेराफेरी करने का भी आरोप लगाया। सपा प्रमुख ने राज्य में सोमवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा के 33 अधिकारियों के तबादले का जिक्र करते हुए तंज किया। सूचना निदेशक पद से दूसरे विभाग में भेजे गए शिशिर का बिना नाम लिए कहा कि “सिंह भाई हटे तो सिंह भाई आ गए।”
तबादले में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक शिशिर सिंह को विशेष सचिव एमएसएमई, निर्यात प्रोत्साहन और सीईओ खादी बोर्ड बनाया गया है, जबकि भदोही के जिलाधिकारी विशाल सिंह को निदेशक (सूचना एवं संस्कृति विभाग) की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
अखिलेश यादव ने पार्टी के आनुषंगिक संगठन युवजन सभा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ अपनी बैठक का हवाला देते हुए कहा कि युवजन सभा समाजवादी पार्टी का पुराना संगठन है । उन्होंने 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि हमारे साथ जहां अनुभव और आशीर्वाद है, वहीं नौजवानों की ऊर्जा भी आने वाले चुनाव में समाजवादी पार्टी को और मजबूत बनाने का काम करेंगी।
उन्होंने कहा कि जिस तरह युवाओं ने लोकसभा का चुनाव जिताया था, आने वाले समय में ये लोग विधानसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी की पूरी मदद करेंगे। सपा प्रमुख ने कहा कि युवाओं ने पीडीए सरकार बनाने का संकल्प लिया है और पीडीए सरकार बनेगी तो नौकरी और रोजगार भी ये लोग पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा यही युवा न केवल संविधान बचाएगा, बल्कि बाबा साहब का दिया हुआ आरक्षण भी बचाएगा।