अमेरिका ने ईरान के ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से जुड़े कथित नेटवर्क पर बड़ा कदम उठाते हुए ईरान और वेनेजुएला के 10 लोगों और कंपनियों पर नए प्रतिबंध लगा दिए हैं। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि यह गतिविधियां अमेरिका और उसके मध्य पूर्वी सहयोगियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं।
अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट के मुताबिक, ये प्रतिबंध संयुक्त राष्ट्र द्वारा ईरान पर दोबारा लगाए गए प्रतिबंधों को मजबूती देने के उद्देश्य से लगाए गए हैं। इनका मकसद ईरान के परमाणु और सैन्य कार्यक्रमों पर आर्थिक दबाव बढ़ाना है। हालांकि ईरान लगातार यह दावा करता रहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है।
नए प्रतिबंधों की सूची में वेनेजुएला की एक कंपनी और उसके चेयरमैन का नाम शामिल है, जिन पर ईरान से ड्रोन खरीदने का आरोप है। इसके अलावा तीन ईरानी नागरिकों पर बैलिस्टिक मिसाइलों में इस्तेमाल होने वाले रसायनों की खरीद से जुड़े होने का आरोप लगाया गया है। साथ ही ईरान स्थित कुछ व्यक्ति और कंपनियां भी निशाने पर हैं, जिनका संबंध रयान फैन ग्रुप से बताया गया है। इस होल्डिंग कंपनी पर पहले ही अमेरिका प्रतिबंध लगा चुका है।
गौरतलब है कि फरवरी में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के खिलाफ मैक्सिमम प्रेशर यानी अधिकतम दबाव अभियान दोबारा शुरू किया था। इसका उद्देश्य ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकना बताया गया। इसी कड़ी में इस साल गर्मियों में अमेरिका ने इजरायल-ईरान के बीच खुले संघर्ष के बाद ईरान की तीन अहम यूरेनियम संवर्धन सुविधाओं पर हमले भी किए थे।
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इस्राइली पीएम से बातचीत के दौरान दी थी चेतावनी
इस हफ्ते ट्रंप ने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फ्लोरिडा में बातचीत के दौरान ईरान को चेतावनी दी कि यदि उसने अपने परमाणु कार्यक्रम को फिर से खड़ा करने की कोशिश की, तो अमेरिका आगे भी सैन्य कार्रवाई कर सकता है। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के आतंकवाद और वित्तीय खुफिया मामलों के अंडरसेक्रेटरी जॉन के. हर्ली ने कहा ईरान और वेनेजुएला दुनिया भर में घातक हथियारों के प्रसार के लिए जिम्मेदार हैं। हम उन सभी लोगों और संस्थाओं के खिलाफ तेज कार्रवाई जारी रखेंगे जो ईरान के सैन्य-औद्योगिक तंत्र को अमेरिकी वित्तीय प्रणाली तक पहुंच दिलाते हैं।
वहीं अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने कहा कि ईरान लगातार संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने कहा कराकस को पारंपरिक हथियारों की आपूर्ति करना हमारे क्षेत्र में अमेरिकी हितों के लिए खतरा है। अमेरिका के इस कदम को ईरान और वेनेजुएला पर बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के तौर पर देखा जा रहा है, जिससे आने वाले समय में वैश्विक राजनीति और सुरक्षा समीकरणों पर असर पड़ सकता है।