अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बृहस्पतिवार को चेतावनी दी कि ईरानी तेल या पेट्रोकेमिकल उत्पादों की सभी खरीद बंद होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो जो भी देश ईरान से तेल या कोई भी उत्पाद खरीदेगा तो उस पर तुरंत नए प्रतिबंध लगाए जाएंगे। ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ईरान से तेल खरीदने वालों को किसी भी तरह से अमेरिका के साथ व्यापार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ट्रंप का यह बयान अमेरिका और ईरान के बीच चौथे दौर की परमाणु वार्ता स्थगित होने के बाद आया है।
अमेरिका और ईरान के बीच चौथे दौर की परमाणु वार्ता स्थगित
ईरान और अमेरिका के बीच इस सप्ताह के अंत में होने वाली परमाणु वार्ता स्थगित हो गई है। ओमान ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। ओमानी विदेश मंत्री बदर अल-बुसैदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, लॉजिस्टिक कारणों से शनिवार 3 मई को होने वाली अमेरिका-ईरान बैठक स्थगित हो रही है। नयी तिथियों की घोषणा आपसी सहमति से जल्द की जाएगी।
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अल-बुसैदी ने तीन दौर की वार्ता में निभाई मध्यस्थ की भूमिका
बता दें कि अल-बुसैदी अब तक तीन दौर की हो चुकी वार्ता में मध्यस्थता की भूमिका निभा रहे हैं। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघई ने कहा, ओमान के विदेश मंत्री के अनुरोध पर वार्ता स्थगित हो गई है। उन्होंने कहा कि ईरान एक निष्पक्ष और स्थायी समझौते पर पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है। इस बीच, अमेरिकी वार्ताकारों से परिचित एक व्यक्ति ने कहा कि अमेरिका ने रोम में चौथे दौर की वार्ता में अपनी भागीदारी की पुष्टि नहीं की है इसलिए बैठक स्थगित हुई है। हालांकि, उस व्यक्ति ने कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि चौथे दौर की वार्ता जल्द ही होगी।
मस्कट में हो चुकी दो दौर की वार्ता
ओमान की राजधानी मस्कट में दो दौर की वार्ता हो चुकी है। इस बातचीत का मकसद ईरान के परमाणु कार्यक्रम को सीमित करना है। इसके बदले में अमेरिका ने ईरान पर लगाए कुछ कड़े आर्थिक प्रतिबंधों को हटा दिया है। अमेरिका और ईरान के रिश्ते कई सालों से खराब रहे हैं। इस बातचीत में ईरान की तरफ से विदेश मंत्री अब्बास अराघची और अमेरिका की तरफ से मध्यपूर्व के दूत स्टीव विटकॉफ शामिल थे।
ट्रंप ने समझौता न होने पर हवाई हमले की दी है चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप बार-बार चेतावनी दी है कि अगर कोई समझौता नहीं हुआ, तो वे ईरान के कार्यक्रम को निशाना बनाकर हवाई हमला करेंगे। ईरान ने भी चेतावनी दी है कि वह अपने यूरेनियम भंडार को हथियार स्तर तक समृद्ध करके परमाणु हथियार बनाने की दिशा में आगे बढ़ सकता है।
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ट्रंप ने 2018 में तोड़ दिया था समझौता
2015 में, ईरान ने विश्व शक्तियों के साथ एक समझौता किया था, जिसने उसके परमाणु कार्यक्रम को सीमित कर दिया। हालांकि, 2018 में ट्रंप ने यह समझौता तोड़ दिया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस समय गाजा पट्टी में इस्राइल और हमास के बीच युद्ध को लेकर पूरे मध्य पूर्व में तनाव है।
पीट हेगसेथ ने ईरान को दी चेतावनी
इस बीच, अमेरिका ने ‘ऑपरेशन रफ राइडर’ नाम से एक हवाई हमला अभियान शुरू किया है। इसका निशाना यमन के हूती विद्रोही हैं, जिन्हें ईरान का समर्थन मिल रहा है। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने बृहस्पतिवार को विद्रोहियों को लेकर ईरान को चेतावनी दी। उन्होंने लिखा, ‘ईरान को संदेश: हम देख रहे हैं कि आप हूतियों की मदद कर रहे हैं। हम जानते हैं कि आप क्या कर रहे हैं। आप अच्छी तरह जानते हैं कि अमेरिकी सेना क्या करने में सक्षम है। आपको चेतावनी दी गई थी। आपको हमारे द्वारा चुने गए समय और स्थान पर इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।’
ईरानी बंदरगाह पर विस्फोट में मारे गए थे 70 लोग
पिछले शनिवार को जब यह वार्ता हुई, जिसमें संभावित सौदे के विवरण पर गहन चर्चा करने वाले विशेषज्ञ शामिल थे। उसी समय ईरान के एक बंदरगाह पर बड़ा विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम 70 लोग मारे गए और 1,000 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
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