कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप
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अमेरिका में इस बार राष्ट्रपति चुनाव का मुकाबला बेहद कड़ा है। ताजा सर्वेक्षणों में किसी भी उम्मीदवार को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। अब चूंकि लड़ाई आखिरी चरण में है और मंगलवार को मतदान ही होना है, ऐसे में सारा दारोमदार स्विंग स्टेट्स पर टिक गया है। कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप भी इस बात को जानते हैं, यही वजह है कि उन्होंने अपनी पूरी ऊर्जा इन स्विंग राज्यों में चुनाव प्रचार पर लगा दी है। अमेरिका में 538 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हैं, जिनमें से 270 इलेक्टोरल वोट पाने वाला उम्मीदवार विजेता होता है। ताजा सर्वेक्षण से पता चला है कि चुनाव नतीजे सात स्विंग स्टेट्स एरिजोना, नेवादा, विस्कॉन्सिन, मिशिगन, पेंसिल्वेनिया, नॉर्थ कैरोलिना और जॉर्जिया से तय होंगे।
क्या होते हैं स्विंग स्टेट
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में स्विंग स्टेट्स या युद्धक्षेत्र वाले राज्य, उन राज्यों को कहा जाता है, जो चुनाव में डेमोक्रेट या रिपब्लिकन पार्टी, किसी भी तरफ झुक सकते हैं। अमेरिका में कई राज्य अक्सर किसी एक ही पार्टी को वोट देते आए हैं, लेकिन जिन राज्यों में मुकाबला कड़ा रहता है और जिनका तय नहीं है कि वे किस तरफ जाएंगे, उन्हें ही स्विंग स्टेट कहा जाता है। इन राज्यों में दोनों पार्टी के उम्मीदवार प्रचार के दौरान ज्यादा धन और समय लगाते हैं। इस बार स्विंग स्टेट्स में एरिजोना, नेवादा, विस्कॉन्सिन, मिशिगन, पेंसिल्वेनिया, नॉर्थ कैरोलिना और जॉर्जिया शामिल हैं।
द न्यूयॉर्क टाइम्स और सिएना कॉलेज के सर्वेक्षणों के के अनुसार, कमला हैरिस उत्तरी कैरोलिना और जॉर्जिया में बढ़त हासिल करती दिख रही हैं, जबकि पेंसिल्वेनिया में पहले कमला हैरिस का दबदबा था, लेकिन अब टक्कर बराबरी पर आ चुकी है। वहीं एरिजोना में ट्रंप मजबूत हैं।