दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो बुधवार शाम से वायरल होना शुरू हुआ, जिसमें एक युवक बीएचयू सिंह द्वार पर स्थापित महामना की प्रतिमा के कंधे पर चढ़ा हुआ है। वहीं, दूसरा बगल में खड़ा है। इसी वीडियो की वजह से बीएचयू कैंपस के छात्रों में जबरदस्त गुस्सा है।
बुधवार शाम एक वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हुआ। वीडियो में बीएचयू सिंह द्वार के सामने स्थापित भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर दो युवक चढ़े हुए हैं। 9 सेकंड के वीडियो की शुरुआत में बैक ग्राउंड से एक आवाज आती है, जिसमें कहा जा रहा है कि कहां चढ़े हो, ये सरकारी संपत्ति है, ऐसे मत करो। वीडियो में एक युवक महामना की प्रतिमा के कंधे पर से उतरता दिख रहा है। वहीं, दूसरा युवक प्रतिमा के बगल में खड़ा है।
छात्र पूछ रहे सवाल
जैसे ही ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ बीएचयू के छात्रों ने प्रतिक्रियां देनी शुरू कर दी। शोध छात्र पतंजलि पांडेय ने इस कृत्य का विरोध करते हुए लिखा कि महापुरुषों का सम्मान प्रत्येक स्थिति में होना चाहिए। इस तरह से महामना का अपमान दुःखी करता है। अल्पायु बालकों को यह नहीं पता वह क्या कर रहे हैं, लेकिन इस पर कार्रवाई होनी ही चाहिए। वहीं, अन्य छात्रों ने भी सवाल उठाए हैं। कहा कि क्या सम्मान पाने के लिए आंबेडकर होना पड़ेगा?
तीन चौकी इंचार्ज की टीम गठित
इस वीडियो की संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल ही स्थानीय लंका पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया। एनबीटी ऑनलाइन से लंका क्राइम ब्रांच प्रभारी संतोष पांडेय ने बताया कि वीडियो संज्ञान में आते ही नगवां, संकट मोचन और बीएचयू चौकी प्रभारियों की एक टीम गठित कर दी गई है। वीडियो कब का है, इसकी जानकारी अभी नहीं हो पाई है, लेकिन टीम को स्पष्ट निर्देश हैं कि जल्द से जल्द वीडियो में दिख रहे युवकों को चिह्नित किया जाए और वैधानिक कार्रवाई की जाए।