राजेन्द्र गुप्ता का शव मिलने के बाद पुलिस अब तक इस नतीजे पर नहीं पहुंची है कि राजेन्द्र गुप्ता ने अपने पत्नी और बच्चों समेत 4 लोगों की हत्या के बाद आत्महत्या की है या राजेन्द्र गुप्ता की भी हत्या की गई है, क्योंकि पुलिस अधिकारियों से जब हथियार बरामदगी के बारे में पूछताछ की गई तो कोई भी अधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं हुए। फिलहाल इस सामूहिक हत्याकांड और सिलसिलेवार शव के मिलने से त्योहारों के इस धार्मिक शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
क्या है पूरा घटनाक्रम
मंगलवार सुबह भेलूपुर थाने के भदैनी इलाके में एक भवन में 4 शव के मिलने की सूचना पुलिस को डायल-112 पर मिली। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। भदैनी की संकरी गली में राजेंद्र गुप्ता के तीन मंजिला मकान के पहले फ्लोर के एक कमरे में एक महिला नीतू (45) और दूसरे फ्लोर पर महिला के दो बेटे नवेंद्र (25), शुभेन्द्र (16) और एक बेटी गौरांगी (17) का गोलियों से लथपथ शव बरामद हुआ। ये महिला राजेन्द्र गुप्ता की पत्नी और उसके बच्चे थे। पहले फ्लोर पर ही राजेन्द्र गुप्ता की 80 वर्षीय बुजुर्ग मां भी रहती थी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पूछताछ शुरू की तो पुलिस का शक मृतका नीतू के पति राजेन्द्र गुप्ता पर गया। पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद बताया कि राजेन्द्र गुप्ता ने तंत्- मंत्र के चक्कर में अपने पत्नी और बच्चों की हत्या करके फरार हो गया है और पुलिस राजेन्द्र यादव का पता लगा रही है।
दोपहर 3 बजे राजेन्द्र गुप्ता का नग्न शव मिला
पुलिस अभी टीम गठित कर राजेन्द्र गुप्ता का पता लगा ही रही थी कि सूचना मिली कि रोहनिया थाने के अखरी क्षेत्र के एक निर्माणाधीन मकान में उसका शव मिला है। ये निर्माणधीन मकान भी राजेन्द्र गुप्ता का ही है। खबर मिलते ही पुलिस उस जगह पहुंची, जहां राजेन्द्र गुप्ता का शव मिला था। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि राजेन्द्र गुप्ता का शव नग्न अवस्था में मच्छरदानी के भीतर एक कमरे में पड़ा हुआ है। राजेन्द्र गुप्ता की भी मौत गोली लगने से हुई थी। गोली सिर पर कनपटी के निचले हिस्से में लगी हुई थी। शव की स्थिति देख एक नई थ्योरी सामने आई कि राजेन्द्र गुप्ता ने अपने पत्नी और बच्चों की हत्या करने के बाद आत्महत्या की है।
उलझ गया मामला
पुलिस अभी आत्महत्या की थ्योरी पर जांच कर ही रही थी कि हथियार के बरामदगी का सवाल मीडियाकर्मियों ने अधिकारियों से पूछना शुरू किया। मीडिया कर्मियों ने हथियार की बरामदगी पर जब अधिकारियों से सवाल जबाव शुरू किया तो किसी भी अधिकारी ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। इतना ही नहीं सिर्फ एक बनियान में राजेंद्र गुप्ता का शव मिलने से कई सवाल इस थ्योरी पर उठने लगे।
रिपोर्ट के इंतजार में पुलिस
लगातार बदलते थ्योरी के मद्देनजर अब पुलिस फोरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। इन रिपोर्ट से हत्या में शामिल हथियार समय के साथ कमरे के अंदर फिंगर प्रिंट के रिपोर्ट्स का इंतजार कर रही है। इसके बाद संभवतः पुलिस को इस सनसनीखेज मामले में कोई ठोस सुराग मिल सके। इतना ही नहीं शहर से दूर रोहनिया थाने के निर्माणधीन मकान में राजेंद्र गुप्ता के मोबाइल के साथ परिजनों के भी कॉल डिटेल की गहन जांच में पुलिस जुट गई है। इतना ही नहीं भेलूपुर से लेकर रोहनिया तक के सीसीटीवी फुटेज को भी पुलिस खंगाल रही है।
सभी एंगल पर पुलिस कर रही जांच
राजेन्द्र गुप्ता के ऊपर अपने भाई और उसकी पत्नी की हत्या का भी आरोप पूर्व में लग चुका है। अपने पिता और एक गार्ड की हत्या की साजिश में भी राजेन्द्र गुप्ता का नाम आया था । इसी मामले में राजेन्द्र गुप्ता 1997 में जेल भी जा चुका है और 2003 में जमानत पर बाहर आया था। जिसके बाद राजेन्द्र गुप्ता ने अपनी पहली पत्नी को छोड़ दिया और नीतू से कोर्ट मैरिज की। पहली पत्नी बंगाल के आसनसोल में रहती है। पुलिस अब राजेन्द्र गुप्ता के पुराने मामलों को संज्ञान में लेकर संपत्ति विवाद, अवैध संबंध और पुरानी रंजिश के एंगल पर भी जांच में जुटी है। बनारस में सामूहिक हत्या का ये सबसे बड़ा मामला है और राजेंद्र गुप्ता के शव मिलने के बाद ये गुत्थी और उलझ गई है। राजेन्द्र गुप्ता का एक देशी शराब का ठेका भी था।