
विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट से अचानक संन्यास के बाद से खलबली मच गई है। इनके संन्यास पर बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट को लेकर रिपोर्ट्स में कई खुलासे हो रहे हैं, जो कि चौंकाने वाले हैं। इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर रविचंद्रन अश्विन के संन्यास ने भी चौंकाया था। इसी कड़ी में एक और रिपोर्ट सामने आई है कि कोहली को संकेत दिया गया है कि दिसंबर-जनवरी में होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान उन्हें फिर से भारतीय क्रिकेट टीम का टेस्ट कप्तान बनाया जा सकता है।
स्पोर्ट्स टुडे की वीडियो रिपोर्ट में कहा गया है कि कोहली को कप्तानी में वापसी के बारे में संकेत दिया गया था। रोहित शर्मा की कप्तानी में एडिलेड में भारत के दूसरे टेस्ट में हार के बाद ऐसा हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक, कम से कम उनके करीबी लोगों का तो यही मानना है कि उन्हें संकेत दिया गया था कि एडिलेड के बाद उन्हें कप्तानी सौंपी जाएगी, लेकिन फिर अचानक से चीजें बदल गईं।
इसके बाद भारत सीरीज हार गया। रिपोर्ट में बताया गया कि अचानक से फिर टीम मैनेजमेंट के अंदर टोन में बदलाव आया। टीम प्रबंधन और बीसीसीआई के अंदर यह बात होने लगी कि एक युवा कप्तान ढूंढा जाना चाहिए। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोहली को कप्तानी मिलने की उम्मीद थी और उन्होंने बीसीसीआई के आदेश के मुताबिक, फरवरी में दिल्ली की तरफ से रणजी मैच भी खेला था, लेकिन अप्रैल में कोहली को बता दिया गया कि वह बतौर खिलाड़ी ही जारी रहेंगे। फिर स्टार ने रिटायर होने का फैसला किया।
दरअसल, भारत के पूर्व क्रिकेटर और राष्ट्रीय चयनकर्ता सरनदीप सिंह, जो दिल्ली टीम के कोच भी हैं, उन्होंने हाल ही में कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने कहा, ‘संन्यास का कोई संकेत नहीं था। कहीं से सुनने को भी नहीं मिला। कुछ दिन पहले मैं उनसे बात कर रहा था, लेकिन मुझे कोई संकेत नहीं मिला कि वह इस बारे में सोच रहे थे। वह जिस तरह से आईपीएल में खेल रहे हैं, वह अविश्वसनीय फॉर्म में हैं।’
सरनदीप ने बताया, ‘मैंने उनसे पूछा कि क्या वह टेस्ट मैचों से पहले काउंटी क्रिकेट खेलेंगे। उन्होंने कहा कि वह टेस्ट सीरीज (इंग्लैंड के खिलाफ) से पहले भारत ‘ए’ के दो मैच खेलना चाहते हैं। यह पहले ही तय हो चुका था। अचानक हमें सुनने में आया कि वह अब टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलेंगे। फिटनेस से जुड़ी कोई समस्या नहीं है। कोई फॉर्म की दिक्कत भी नहीं है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में एक शतक लगाया, लेकिन वह संतुष्ट नहीं थे। रणजी ट्रॉफी के दौरान वह कह रहे थे कि वह इंग्लैंड में तीन-चार शतक बनाना चाहते हैं क्योंकि टीम में सबसे सीनियर खिलाड़ी हैं।’