रहाणे के आउट होते ही बदला मैच
8वें ओवर में कोलकाता नाइटराइडर्स का स्कोर 63 रन था। टीम के लिए कप्तान अजिंक्य रहाणे और अंगकृष रघुवंशी क्रीज पर थे। दोनों ही बल्लेबाज सेट हो चुके थे। इसके बीच 55 रनों की साझेदारी हो चुकी थी। तभी युजवेंद्र चहल ने अजिंक्य रहाणे का विकेट ले लिया। कप्तान रहाणे ने चहल की गेंद पर स्वीप करने की कोशिश की। वह चूक गए और गेंद सीधे पैड पर आकर लगी। अपील के बाद अंपायर ने उंगली खड़ी कर दी।
डीआरएस लेते ही बच जाते
अजिंक्य रहाणे ने आउट दिए जाने के बाद डीआरएस नहीं लिया। वह लेते तो आउट नहीं होते। जब गेंद उनके पैड पर लगी थी तो विकेट के सामने नहीं थी। यानी इम्पैक्ट बाहर था और ऐसे में बल्लेबाज एलबीडब्ल्यू नहीं हो सकता। रहाणे के विकेट के साथ ही मैच का पूरा रुख बदल गया। केकेआर के मध्यक्रम के बल्लेबाज एक के बाद एक आउट होने लगे। टीम का स्कोर 79 रन पर 8 विकेट हो गया। इसके बाद 95 रनों पर पूरी पारी सिमट गई।
दोनों ही टीमें ऑलआउट हो गईं
आईपीएल में यह सिर्फ पांचवां मौका है जब दोनों टीमें ऑल आउट हो गयी। पंजाब किंग्स ने इसके साथ ही आईपीएल में सबसे छोटे स्कोर का सफलता पूर्व बचाव करने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इससे पहले सबसे कम स्कोर का बचाव चेन्नई सुपर किंग्स ने 2009 में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 116 रन बनाकर किया था। पंजाब के लिए मार्को यानसेन ने भी तीन विकेट लिये जबकि अर्शदीप, जेवियर बार्टलेट और ग्लेन मैक्सवेल को एक-एक सफलता मिली। केकेआर के लिए अंगकृष रघुवंशी ने 28 गेंद में 37 रन की पारी खेली।