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What Is Trump Tariff,ट्रंप के टैरिफ से दुनिया परेशान, शेयर बाजार लहूलुहान, क्रिप्टो मार्केट में हाहाकार, भारत की चिंता बढ़ी – donald trump’s new tariff war rattles global stock market and crypto market

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Feb 3, 2025


नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा, मैक्सिको और चीन के सामान पर टैरिफ लगा दिया है। ये तीनों देश अमेरिका के सबसे बड़े ट्रेडिंग पार्टनर हैं। ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर 25% टैरिफ लगाया है जबकि चीनी माल पर 10 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ थोप दिया है। कनाडा और मैक्सिको ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया जताते हुए अमेरिका सामान पर टैरिफ लगाने की तैयारी कर ली है। चीन ने इस मामले को WTO में ले जाने की धमकी दी है। इससे दुनिया में ट्रेड वॉर तेजी होने की आशंका बढ़ गई है। इस चिंता में आज एशिया के बाजार धराशायी हो गए। क्रिप्टो मार्केट में भी भारी गिरावट आई जबकि डॉलर आसमान पर पहुंच गया। कच्चे तेल भी एक हफ्ते के टॉप पर पहुंच गया।माना जा रहा है कि ट्रंप की ‘America First’ नीति से दुनिया में ट्रेड वॉर गहरा सकता है जिससे ग्लोबल ग्रोथ प्रभावित होगी। जापान का निक्केई एक समय 2 फीसदी गिर गया था जबकि हॉन्ग कॉन्ग का हेंग सेंग एक फीसदी से ज्यादा डाउन था। इसी तरह साउथ कोरिया का KOSPI भी एक समय 2 फीसदी तक गिर गया था। चीन का शेयर बाजार लूनर न्यू ईयर होलिडे के कारण बंद था। भारत में भी सेंसेक्स एक समय 700 अंक तक गिर गया था। इससे निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी। क्रिप्टो मार्केट पर भी इसका व्यापक असर दिख रहा है। पिछले 60 घंटे में 760 अरब डॉलर स्वाहा हो चुके हैं।

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डॉलर हुआ मजबूत

अमेरिकी डॉलर ऑफशोर ट्रेडिंग में चीनी युआन के मुकाबले रेकॉर्ड पर पहुंच गया। साथ ही यह कनाडा की करेंसी के मुकाबले 2003 के बाद उच्चतम स्तर पर है। इसी तरह यह मैक्सिकन पेसो के मुकाबले 2022 के बाद से सबसे मजबूत स्थिति में पहुंच गया। रुपया भी शुरुआती कारोबार में 67 पैसे की गिरावट के साथ 87.29 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया। यूएस के दो साल की मैच्योरिटी वाले ट्रेजरी की यील्ड 4.274% पर पहुंच गई जो इसका एक हफ्ते का उच्चतम स्तर है।

भारत के लिए खतरा

माना जा रहा है कि ट्रंप के टैरिफ प्लान से अमेरिका में महंगाई बढ़ सकती है और ब्याज दरों में कटौती में देरी हो सकती है। यूएस ट्रेजरी यील्ड में तेजी भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए ठीक नहीं है। इसकी वजह यह है कि हाई यूएस यील्ड से निवेशक उभरते बाजारों में रिस्की एसेट्स से अपना पैसा निकालेंगे। इससे करेंसी में गिरावट आएगी और उधार लेने की लागत बढ़ जाएगी। ट्रंप की टैरिफ घोषणा से कच्चे तेल की कीमत में काफी उछाल देखा जा रहा है। ब्रेंट क्रूड 62 सेंट की तेजी के साथ $76.29 प्रति बैरल पर पहुंच गया।

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