Al-Qaeda Terrorist Meerut Connnection: गुजरात एटीएस ने अलकायदा से जुड़े चार आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद उत्तर प्रदेश में हलचल तेज है। नोएडा से गिरफ्तार आतंकी जीशान का मेरठ से कनेक्शन सामने आया है। अब उसकी जांच की जाएगी।

सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को इन युवकों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर आपत्तिजनक और देश विरोधी सामग्री की जानकारी मिली थी। इन गतिविधियों को गंभीरता से लेते हुए एटीएस ने इन पर तकनीकी निगरानी शुरू की। काफी समय से इन पर नजर रखने के बाद जब पर्याप्त सबूत जुट गए, तब बीती रात एक सुनियोजित अभियान में चारों को हिरासत में ले लिया गया।
अलकायदा से जुड़े चारों की पहचान
गुजरात एटीएस द्वारा जारी जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए संदिग्धों की पहचान की गई है। इसमें मोहम्मद फैक पुत्र मोहम्मद रिजवान निवासी मीर मदारी गली, फरासखाना, दिल्ली, मोहम्मद फरदीन पुत्र मोहम्मद रईस निवासी गुलमोहर टेनमेंट, फतेहवाड़ी, अहमदाबाद और सैफुल्ला कुरैशी पुत्र मोहम्मद रफीक निवासी खटकीवाड़ा, भोई वाडा के पास, मोडासा शामिल है।
इसके अलावा गुजरात एटीएस ने यूपी के नोएडा में भी ऑपरेशन कर एक आतंकी को गिरफ्तार किया है। इसकी पहचान जीशान अली पुत्र आसिफ अली निवासी मकान नंबर 77, छजरसी कॉलोनी, सेक्टर 63, नोएडा के रूप में हुई है।
मेरठ का रहने वाला है जीशान
गुजरात एटीएस की गिरफ्तार में आए आतंकियों में से जीशान अली मूल रूप से मेरठ के ललियाना गांव का रहने वाला बताया जा रहा है। इसे गुजरात एटीएस ने नोएडा के बहलोलपुर से उसके रिश्तेदार के घर से उठाया है। हालांकि, अभी तक स्थानीय प्रशासन या यूपी एटीएस ने इसकी औपचारिक पुष्टि नहीं की है। सूत्रों कि माने तो जीशान एनसीआर क्षेत्र में काफी समय से सक्रिय था, उसके मेरठ लिंक को देखते हुए खुफिया विभाग उसके पुराने संपर्कों की जांच में जुट गया है।
अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की भी जांच
चारों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जानकारी में यह संकेत मिले हैं कि उनका संपर्क कुछ अंतरराष्ट्रीय संगठनों से हो सकता है। एजेंसियां यह भी जांच कर रही है कि क्या ये युवक किसी बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने की तैयारी में थे? या फिर किसी संगठन की मदद कर रहे थे?
फिलहाल इनसे मिली जानकारी के आधार पर उनके अन्य संपर्कों और नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। केंद्रीय एजेंसियां, राज्य एटीएस, और साइबर सेल मिलकर इस पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं।
सुरक्षा को लेकर एजेंसियां अलर्ट
गुजरात एटीएस की कार्रवाई को देश की सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। जिस तरह से सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथी विचारों का प्रचार किया जा रहा है, उससे जुड़ी किसी भी संदिग्ध गतिविधि को नजरअंदाज नहीं किया जा रहा। एजेंसियां इस बात का भी पता लगाने में जुटी हैं कि गिरफ्तार युवकों को किसी संगठन से आर्थिक या लॉजिस्टिक सहायता मिल रही थी या नहीं।
जांच में सामने आई हर जानकारी को गंभीरता से लिया जा रहा है और आने वाले समय में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। माना जा रहा है कि मेरठ में जीशान के करीबियों से भी पूछताछ हो सकती है।