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आपके सत्ता में आने की नहीं गुजांइश…विधानसभा में फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को दे दिया बड़ा ‘ऑफर’, जानें क्या हुआ? – maharashtra politics devendra fadnavis offers to uddhav thackeray to join govt in assembly know all

Byadmin

Jul 16, 2025


Devendra Fadnavis Offer: महाराष्ट्र में विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान बुधवार को अजीब वाकया हुआ। फडणवीस ने विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे की विदाई के मौके पर उद्धव ठाकरे को बड़ा ऑफर दे दिया। फडणवीस के बदले अंदाज पर वहा मौजूद सदस्य आवक रह गए। फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को सरकार में आने का निमंत्रण दिया।

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फडणवीस ने दिया उद्धव ठाकरे को बड़ा ऑफर।
मुंबई: महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसूत्र सत्र में बुधवार को कुछ ऐसा हुआ कि सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्य आवक रह गए। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना यूबीटी चीफ उद्धव ठाकरे खुलेतौर पर सरकार में आने का न्योता दे दिया। फडणवीस ने कहा कि हमारे पास 2029 तक विपक्षी दल में शामिल होने की गुंजाइश नहीं है, लेकिन आपके पास यहां (सत्ता) आने की गुंजाइश है। अब फडणवीस के इस बयान पर बहस छिड़ गई है। फडणवीस ने यह ऑफर ऐसे वक्त पर दिया है कि जब महाराष्ट्र में दोनों भाईयों के साथ आने की चर्चा जोरों पर हैं। यह कहा जा रहा है कि शिवसेना यूबीटी और मनसे स्थानीय निकाय चुनाव एकसाथ लड़ सकते हैं। गौरतलब हो कि देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई वाली महायुति सरकार को प्रचंड बहुमत हासिल है। सरकार के दो सहयोगियों में अगर कोई एक अलग हो जाए तो भी सरकार को कोई खतरा नहीं होगा। बीजेपी के अपने विधायकों की संख्या 132 है।

फडणवीस के अंदाज पर चौंके सदस्य
दरअसल विधान परिषद में नेता विपक्ष अंबादास दानवे का बुधवार को आखिरी दिन था। इस मौके पर उद्धव ठाकरे भी विधान परिषद् में मौजूद थे। उनके विदाई समारोह के अवसर पर बोलते हुए देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को सार्वजनिक ऑफर दे दिया। उन्होंने कहा कि उद्धवजी 2029 तक कुछ नहीं करना चाहते। हमारे पास वहां आने की कोई गुंजाइश नहीं बची है। लेकिन आपके पास यहां आने की गुंजाइश है। हम इस बारे में अलग तरह से सोच सकते हैं। आइए, अलग तरह से बात करें। फडणवीस के इस अंदाज पर सभी सदस्य चौंक गए। फडणवीस के पीछे नितेश राणे बैठे हुए थे। फडणवीस ने आगे कहा कि दानवे एक ऐसे कार्यकर्ता हैं जो हिंदुत्व के लिए कटु रुख रखते हैं। उन्होंने भोंग्यान के खिलाफ कई बयान दिए हैं। वह सावरकर के कट्टर समर्थक हैं। भले ही वह बंटी पाटिल के बगल में बैठे हों, फिर भी वह सावरकर के भक्त हैं।

अचलेंद्र कटियार

लेखक के बारे मेंअचलेंद्र कटियारअचलेंद्र कटियार ने जामिया मिलिया इस्लामिया दिल्ली से पढ़ाई की है। इसके बाद मेरठ, कानपुर और दिल्ली के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय समाचार पत्रों में काम किया। जून, 2020 से गुजरात की राजनीति और संस्कृति को समझने के लिए सक्रिय हैं।और पढ़ें