उदयपुर के हिरणमगरी थाना क्षेत्र में दिलीप चितारा ने अपनी पत्नी और दो बेटों की हत्या कर आत्महत्या कर ली। पुलिस को सुसाइड नोट मिला जिसमें कोरोना के बाद आर्थिक तंगी का जिक्र है। मकान मालिक ने शक होने पर पुलिस को सूचना दी जिसके बाद घटना का खुलासा हुआ। दिलीप ने बच्चों को जहर देकर और पत्नी का गला घोंटकर हत्या की फिर फांसी लगा ली।
जेएनएन, उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर शहर के हिरणमगरी थाना क्षेत्र स्थित सेक्टर-5 प्रभात नगर में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। यहां रहने वाले दिलीप चितारा (40) ने पहले अपनी पत्नी अलका (37) और दो मासूम बेटों खुश (6) और मनवीर (4) की हत्या कर दी और फिर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें दिलीप ने लिखा कि कोरोना के बाद से उसकी आर्थिक स्थिति लगातार खराब होती गई, जिससे वह मानसिक रूप से टूट चुका था। वह प्रभात नगर में किराये के मकान में रह रहा था और पास में ही आचार व जनरल स्टोर की दुकान चलाता था।
घटना ऐसे आई सामने
घटना का खुलासा उस समय हुआ जब मकान मालिक रवि सचदेव ने दिनभर परिवार को न देखने और बच्चों की आवाज न सुनने पर शक जताया। उन्होंने जब दरवाजे पर दस्तक दी और कोई जवाब नहीं मिला, तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा तो भीतर का मंजर देख सब सन्न रह गए।
पत्नी का गला घोंटा, बच्चों को दिया जहर
पुलिस के अनुसार, दिलीप ने पहले दोनों बच्चों को जहरीला पदार्थ (संभावित पेस्टीसाइड) पिलाया, फिर पत्नी को केबल वायर से गला घोंटकर मार डाला और अंत में खुद फांसी लगाकर जान दे दी। चारों के शव कमरे में पाए गए। पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवाया और परिजनों को सूचना दी।
सामाजिक चिंता का विषय
हिरणमगरी थानाधिकारी भरत योगी ने बताया कि मृतक के परिजन गणेशघाटी में रहते हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दिलीप पिछले कुछ वर्षों से आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा था और मानसिक रूप से काफी दबाव में था।