एस जयशंकर तीन दिन के अमेरिका दौरे पर हैं। वहां उन्होंने ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में ‘आतंकवाद का मानवीय नुकसान’ नामक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
‘आतंकवाद कहीं भी हो, वह हर जगह शांति के लिए खतरा’
जयशंकर ने अप्रैल 22 के पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस हमले की कड़ी निंदा की थी और इसके जिम्मेदार आतंकियों को सजा देने की मांग की थी।
जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद कहीं भी हो, वह हर जगह शांति के लिए खतरा है। दुनिया को इस समझ के साथ एकजुट होकर जवाब देना होगा।
इंसानियत का सबसे बड़ा दुश्मन है आतंकवाद: विदेश मंत्री जयशंकर
विदेश मंत्री ने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। यह संयुक्त राष्ट्र के मूल्यों जैसे मानवाधिकार, नियम-कानून और देशों के बीच आपसी रिश्तों के बिल्कुल खिलाफ है। उन्होंने कहा, “जब कोई देश अपने पड़ोसी के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देता है, जब कट्टरता इसे हवा देती है, जब यह कई गैरकानूनी गतिविधियों को जन्म देता है, तब इसे दुनिया के सामने बेनकाब करना जरूरी है।”
प्रदर्शनी में 1993 के मुंबई बम धमाकों, 2008 के मुंबई हमलों और पहलगाम हमले जैसे आतंकी कृत्यों को दर्शाया गया है। इसमें पाकिस्तान आधारित कई आतंकी संगठनों और व्यक्तियों के नाम भी शामिल हैं।जयशंकर ने कहा कि यह प्रदर्शनी आतंकवाद के शिकार हुए लोगों की आवाज को बुलंद करने का एक छोटा लेकिन दृढ़ प्रयास है।
यह उन लोगों को श्रद्धांजलि है जिन्हें हमसे छीन लिया गया। हर तस्वीर, हर याद, हर शब्द उन जिंदगियों की कहानी बयान करता है जो आतंकवाद ने तबाह कर दीं।
एस. जयशंकर, विदेश मंत्री