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‘पाकिस्तान के साथ युद्ध के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं’, कपिल सिब्बल का बड़ा बयान; राफेल पर भी उठाए सवाल

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Jul 30, 2025


राज्यसभा में कपिल सिब्बल ने भारत की रक्षा तैयारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान से युद्ध लड़ने के लिए भारत के पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। उन्होंने चीन के समर्थन को भी ध्यान में रखने की बात कही। सिब्बल ने पाकिस्तान और चीन के पास उन्नत विमान होने की बात कही।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राज्यसभा में ऑपरेशन सिदूर व पहलगाम आतंकी हमले पर चल रही चर्चा के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने देश की रक्षा तैयारियों पर सवाल खड़े किए और कहा कि भारत के पास पाकिस्तान से युद्ध लड़ने और उसे बर्बाद करने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि जब हम पाकिस्तान से युद्ध की बात करें तो उनमें चीन को भी जोड़े, क्योंकि दोनों अलग नहीं है। चीन का उसे खुला समर्थन है। जिसके पास उन्नत तकनीक और विमान दोनों है। राज्यसभा में बुधवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए सिब्बल ने कहा कि पाकिस्तान और उसके समर्थक चीन के पास उन्नत विमान हैं जबकि भारत का राफेल आधी क्षमता वाला विमान है।

कम स्क्वाड्रन पर जताई चिंता

आंकड़े गिनाते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास 25 स्क्वाड्रन हैं जबकि चीन के पास 138 स्क्वाड्रन है। वहीं भारतीय वायु सेना के वैसे तो कुल 32 स्क्वाड्रन है, जो किसी भी भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान सबसे कम संख्या है, इनमें भी मिग- 21, मिग-29 और मिराज-2000 को बेड़े से चरणबद्ध तरीके से हटाया जा रहा है। ऐसे में देखे तो भारत के पास लगभग पाकिस्तान के बराबर ही स्क्वाड्रन है।

उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना प्रमुख भी इस चिंता को स्वीकार कर चुके है। ऐसे में हमारे पास सिर्फ सुखोई-30 है। राफेल की बात करें तो वह 4.5 पीढ़ी का विमान है जबकि चीन इस साल के अंत तक छठी पीढ़ी का विमान लांच करने की तैयारी में है। वहीं भारत अभी पांचवीं पीढ़ी का मध्यम लडाकू विमान बनाने की तैयारी कर रहा है, जिसके 2028-29 तक तैयार होने की उम्मीद है।

अमित शाह की मीटिंग पर उठाए सवाल

  • सिब्बल ने इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री पर सवाल खड़े करते हुए आठ अप्रैल को जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा को लेकर बुलाई गई बैठक में जम्मू- कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को नहीं बुलाए जाने की आलोचना की। जबकि 22 अप्रैल को ही पहलगाम की घटना हुई। उन्होंने यदि जनता के चुने गए प्रतिनिधि को बैठक में शामिल किया जाता तो जिन इंटेलीजेंस फेल्योर की बात की जा रही है, वह शायद नहीं होती।
  • कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी ने भी इस चर्चा में हिस्सा लेते हुए लोकसभा में पीएम के भाषण में पहलगाम पीड़ितों के नामों का जिक्र न करने और उनके परिवारों से न मिलने को लेकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि मोदी दुनिया भर की यात्राओं में व्यस्त हैं, लेकिन उनके पास पीड़ित परिवारों से मिलने का समय नहीं था। वह न तो उनसे मिलेंगे और न ही संसद आएंगे।

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