ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने कहा है कि भारत में मुसलमानों का उत्पीड़न हो रहा है। पैगंबर मोहम्मद की जयंती पर सोमवार को उन्होंने यह बात कही और दुनिया भर के मुसलमानों के बीच एकजुटता की जरूरत बताई। खामेनेई ने एक्स पर पोस्ट करके कहा, ‘अगर हम म्यांमार, गाजा, भारत या किसी अन्य स्थान पर किसी मुस्लिम को होने वाली पीड़ा से बेखबर हैं तो हमें खुद को मुसलमान नहीं मानना चाहिए।’ उन्होंने इसमें भारत के मुस्लिम अल्पसंख्यकों का जिक्र क्यों किया, इसे लेकर कुछ डिटेल में नहीं बताया गया है। भारतीय अधिकारियों की ओर से इस पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अली खामेनेई ने कहा, ‘इस्लाम के दुश्मनों ने इस्लामिक उम्माह (समुदाय या राष्ट्र) के रूप में हमारी साझा पहचान को हमेशा बिगाड़ने की कोशिश की है।’ एक्स पर एक अलग पोस्ट में उन्होंने फिर से गाजा और फिलिस्तीन के उत्पीड़ित लोगों का मुद्दा उठाया। हालांकि, इसमें भारत का जिक्र नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इस्लामिक उम्माह के सम्मान को बनाए रखने का लक्ष्य केवल एकता से ही हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘आज गाजा और फिलिस्तीन के सताए लोगों का समर्थन करना हमारा कर्तव्य है। जो कोई भी इससे मुंह मोड़ेगा, निश्चित तौर पर उससे अल्लाह पूछताछ करेंगे।’