राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हर्षवर्धन श्रृंगला, उज्ज्वल देवराव निकम, मीनाक्षी जैन और सी. सदानंदन मास्टे को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है।

उज्ज्वल निकम
प्रधानमंत्री ने कहा कि उज्ज्वल निकम का विधि क्षेत्र और हमारे संविधान के प्रति समर्पण अनुकरणीय है। वे न केवल एक सफल वकील रहे हैं, बल्कि महत्वपूर्ण मामलों में न्याय दिलाने में भी अग्रणी रहे हैं। अपने संपूर्ण कानूनी जीवन के दौरान, उन्होंने हमेशा संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने और आम नागरिकों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए काम किया है। यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि भारत की राष्ट्रपति ने उन्हें राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। उनके संसदीय कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं।
हर्षवर्धन श्रृंगला
देश की विदेश नीति में हर्षवर्धन श्रृंगला के योगदान को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वह एक राजनयिक, बुद्धिजीवी और रणनीतिक विचारक के रूप में उत्कृष्ट रहे हैं। वर्षों से, उन्होंने भारत की विदेश नीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और जी-20 की अध्यक्षता में भी योगदान दिया है। मुझे खुशी है कि उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है।
डॉ. मीनाक्षी जैन
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि डॉ. मीनाक्षी जैन को राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। उन्होंने एक विद्वान, शोधकर्ता और इतिहासकार के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। शिक्षा, साहित्य, इतिहास और राजनीति विज्ञान के क्षेत्र में उनके कार्यों ने अकादमिक विमर्श को महत्वपूर्ण रूप से समृद्ध किया है। उनके संसदीय कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं।
सी. सदानंदन मास्टे
पीएम मोदी ने कहा कि सी. सदानंदन मास्टे का जीवन साहस और अन्याय के आगे न झुकने की प्रतिमूर्ति है। हिंसा और धमकी भी राष्ट्र विकास के प्रति उनके जज्बे को डिगा नहीं सकी। एक शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी उनके प्रयास सराहनीय हैं। युवा सशक्तिकरण के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता है। राष्ट्रपति के द्वारा राज्यसभा के लिए मनोनीत होने पर उन्हें बधाई।